आषाढ़ मास अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहा जाता है। इस वर्ष यह अमावस्या 2 जुलाई, मंगलवार को मनाई जा रही है। हलहारिणी अमावस्या मंगलवार के दिन आने के कारण उसका महत्व और बढ़ गया है। इसे भौमवती अमावस्या भी कहते हैं।
हलहारिणी अमावस्या का महत्व :
किसानों के लिए यह शुभ दिन है। यह दिन किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि आषाढ़ मास में पड़ने वाली इस अमावस्या के समय तक वर्षा ऋतु का आरंभ हो जाता है और धरती भी नम पड़ जाती है। फसल की बुआई के लिए यह समय उत्तम होता है। इसे आषाढ़ी अमावस्या भी कहा जाता है।
हलहारिणी अमावस्या के दिन हल पूजन इसी बात का प्रतीक है। इसे मनाने का उद्देश्य यह है कि किसी भी शुभ काम का आरंभ भगवान की आराधना, पूजन और धन्यवाद करते हुए आरंभ करना चाहिए। रोजमर्रा के जीवन में उपयोग में आने वाली वस्तुओं का भी उचित सम्मान करना चाहिए।
इस दिन किसान विधि-विधान से हल का पूजन करके हरी-भरी फसल बनी रहने के प्रार्थना करते हैं ताकि घर में अन्न-धन की कमी कभी भी महसूस न हो। इसके अगले दिन यानी 3 जुलाई से गुप्त नवरात्रि प्रारंभ होगी, इस दिनों मां दुर्गा की गुप्त रूप से आराधना की जाएगी।
मंगलवार को हलहारिणी अमावस्या होने से हल पूजन, बजरंगबली का पूजन तथा पितृ पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन पितृ निवारण के लिए निम्न उपाय करने से जीवन के समस्त कष्ट दूर होते हैं।
पढ़ें हलहारिणी अमावस्या के 10 उपाय :
उपाय 1. अमावस्या के दिन भूखे प्राणियों को भोजन कराने का विशेष महत्व है।
उपाय 2. इस दिन काली चींटियों को शकर मिला हुआ आटा खिलाएं। ऐसा करने से आपके पाप-कर्मों का क्षय होगा और पुण्य-कर्म उदय होंगे। यही पुण्य-कर्म आपकी मनोकामना पूर्ति में सहायक होंगे।
उपाय 3. अमावस्या के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद आटे की गोलियां बनाएं। गोलियां बनाते समय भगवान का नाम लेते रहें। इसके बाद समीप स्थित किसी तालाब या नदी में जाकर ये आटे की गोलियां मछलियों को खिला दें। इस उपाय से आपके जीवन की अनेक परेशानियों का अंत हो सकता है।
उपाय 4. इस दिन कालसर्प दोष निवारण हेतु सुबह स्नान के बाद चांदी से निर्मित नाग-नागिन की पूजा करें। सफेद पुष्प के साथ इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। कालसर्प दोष से राहत पाने का ये अचूक उपाय है।
उपाय 5. अमावस्या वाली रात्रि को 5 लाल फूल और 5 जलते हुए दीये बहती नदी के पानी में छोड़ें। इस उपाय से धन का लाभ प्राप्त होने के प्रबल योग बनेंगे।
उपाय 6. अमावस्या की रात्रि अगर आप काले कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलाते हैं और उसी समय वह कुत्ता यह रोटी खा लेता है तो इस उपाय से आपके सभी दुश्मन उसी समय से शांत होना शुरू हो जाएंगे।
उपाय 7. शिव रुद्राभिषेक, पितृ दोष शांति पूजन और मंगलवार के उपाय और मंत्र जाप करने से जीवन के सभी कष्ट समाप्त हो जाएंगे।
उपाय 8. बेरोजगार व्यक्ति अगर अमावस्या की रात ये उपाय करें तो निश्चित ही उसे रोजगार प्राप्त होगा। इसके लिए 1 नींबू को साफ करके सुबह से ही अपने घर के मंदिर में रख दें। फिर रात के समय इसे 7 बार बेरोजगार व्यक्ति के सिर से उतार लें और 4 बराबर भागों में काट लें। फिर एक चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में इसको फेंक दें। इस उपाय से बेरोजगार व्यक्ति को लाभ की संभावना बनेगी।
उपाय 9. जिसे कालसर्प दोष हो, उन व्यक्तियों को अमावस्या के दिन किसी अच्छे पंडित से अपने घर में शिवपूजन एवं हवन करवाना चाहिए।
उपाय 10. शाम के समय घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक लगाएं। बत्ती में रूई के स्थान पर लाल रंग के धागे का उपयोग करें। साथ ही दीये में थोड़ी-सी केसर भी डाल दें। यह मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का उपाय है।