हैप्पी रोज डे... ! लीजिए आपका इंतजार खत्म और वेलेंटाइन डे का काउंटडाउन शुरू। प्यार के इस त्योहार के सेलिब्रेशन का पहला दिन (रोज डे) आ गया है। वेलेंटाइन की तरह ही रोज डे भी रिश्तों को एकसूत्र में पिरोने का सशक्त माध्यम है। हर व्यक्ति के लिए हर रिश्ता एक नया रूप लिए हुए होता है।
दोस्त, पड़ोसी, पति-पत्नी, बहन, भाई बहुत से ऐसे रिश्ते हैं, जो हमारे लिए बहुत खास हैं तब ही तो हर रिश्ते के लिए बाजार में एक अलग रंग का गुलाब मौजूद है। इन गुलाबों को आप अपने रिश्ते के अनुसार चयन कर अपने खास लोगों को भेंट कर सकते हैं।
हर नए रिश्ते का आगाज खूबसूरत तोहफे के साथ करने का रिवाज हमारी परंपराओं में बरसों से रहा है। क्यों न किसी अजनबी लेकिन अपना सा लगने वाले शख्स को साथी बनाने के लिए उसे एक मुस्कुराता हुआ गुलाब दे दिया जाए। हो सकता है रोज डे से शुरू हुआ यह रोमांटिक सफर, गुलाब की तरह आपकी मन-बगिया में ताउम्र महकता रहे।
युवा दिल इस दिन प्यार के रूप में या दोस्त के रूप में अपना साथी चुनने के लिए पीले, लाल, सफेद, गुलाबी रंग के गुलाबों का सहारा लेते हैं। कभी उनकी यह प्यारी कोशिश कामयाब हो जाती है तो कभी बस इतना कहना ही काफी है कि 'चुपके से भेजा था इक गुलाब उसे, खुशबू ने शहरभर में तमाशा मचा दिया।' यानी भेजने की कोशिश तो की, लेकिन कोशिश नाकामयाब साबित हुई। लेकिन इस बार आपकी कोशिश नाकामयाब न हो, इसलिए धैर्य से काम लें व पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी दोस्ती की पहल करें।
'वेलेंटाइन वीक' के पहले दिन यानी लव व फीलिंग्स के महकते कॉम्बिनेशन रोज डे पर शुभकामनाओं का दौर ठीक रात 12बजे से शुरू हो जाता है। कोई अपनी प्रेमिका को रोज डे विश करता है तो कोई भावनात्मक रूप से किसी अजनबी से जुड़ने के लिए उसकी तारीफ गुलाब के फूल से तुलना कर गुलाब भेजता है।
कुछ इस अंदाज में- 'आज रोज डे है, सोचा कि तुम्हें एक गुलाब भेजूं, लेकिन कैसे कहूं कि तेरी अहमियत मेरी जिंदगी से ज्यादा है। तू जैसे मेरा एक जीता-जागता सा ख्वाब, तेरी आवाज, तेरी हर बात और तेरा हर पहलू, क्या कहूं, उतना ही खूबसूरत कि जैसे एक गुलाब, अब गुलाब को कैसे मैं गुलाब भेजूं।' ऐसे ही प्यार के प्रतीकात्मक रूप होते हैं गुलाब।