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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
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क्या रोजे में वैक्सीन लगाने से रोजा टूट जाता है? पढ़ें खास जानकारी

क्या रोजे में वैक्सीन लगाने से रोजा टूट जाता है? पढ़ें खास जानकारी
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- सुरभि भटेवरा 

होली के बाद से त्योहारों का सिलसिला शुरू हो जाता है। विभिन्न तरह के त्योहार एक के बाद एक आने लगते हैं। हालांकि अधिक गर्मी होने पर भी त्योहार का सिलसिला जारी रहता है। यह महीना ऐसा होता है इसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्म के बड़े त्योहार आते हैं।

14 अप्रैल से रमदान का त्योहार शुरू हो गया है। कहते हैं यह मुस्लिम लोगों के इबादत का महीना होता है। मुस्लिम कैलेंडर के अनुसार रमजान नौवां महीना होता है। इस ही ईद पर सिवईंया बनाई जाती है। यह पर्व एक महीने तक चलता है। आखिर में सभी एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद देते हैं। हालांकि इस साल भी पिछले साल की तरह कोरोना महामारी का दौर जारी है। लेकिन क्या कोरोना वैक्सीन लगाने से रोजा टूट जाता है? हालांकि इससे पहले जानेंगे रमजान का महत्व, रोजे कैसे किए जाते हैं? तो आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब- 
 
रमजान का क्या महत्व? 
 
मुस्लिम समुदाय में रमजान का पर्व सबसे अधिक मायने रखता है। रमजान का महीना सबसे पवित्र महीना माना जाता है। पूरे महीने मुस्लिम समुदाय द्वारा रोजा रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि एक महीने के इस पर्व में अल्लाह की इबादत की जाती है तथा अपने गुनाहों की माफी मांगी जाती है। कहा जाता है कि इस एक महीने जन्नत के दरवाजे खुले रहते हैं। 
 
रोजे कैसे किए जाते हैं? 
 
रमजान में दिनभर जल-पान नहीं किया जाता है। सुबह के वक्त सूर्योदय से पूर्व तक ही कुछ भी खान-पान किया जाता है, जिसे सेहरी कहते हैं। वहीं शाम को सूर्यास्त के बाद खाया जाता है जिसे इफ्तार कहा जाता है। हालांकि रोजा सबसे पहले खजूर खाकर तोड़ा जाता है। ऐसी मान्यता है कि अल्लाह के दूत को खजूर खाकर रोजा खोलने के लिए कहा गया था। 
 
क्या रोजा होते वक्त टीका लगवाया जा सकता है? 
 
एक तरफ कोरोना महामारी का दौर जारी है। इस महामारी से बचने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है। ताकि संक्रमित होने पर इससे आपकी बॉडी लड़ सकें। लेकिन रोजा के दौरान वैक्सीन लगाई जा सकती है या नहीं यह सबसे बड़ा सवाल है।

एक समाचार एजेंसी को सूचित करते हुए सऊदी अरब के मुफ्ती शेख अब्दुल अजीज अल-अशेख ने बताया कि कोरोना वैक्सीन लगवाया जा सकता है। इससे रोजा नहीं टूटेगा। वहीं सऊदी अरब के ग्रैंड मुफ्ती शेख डॉक्टर अहमद बिन अब्दुल अजीज ने 2020 में एक फतवा जारी कर कहा था कि कोरोना वैक्सीन से रोजा नहीं टूटेगा। रोजे में आपको मुंह, नाक के रास्ते खाने, पानी पीने या दवा लेने पर प्रतिबंध होता है। इसलिए रोजे के दौरान वैक्सीन लगाया जा सकता है। यह भी कहा था कि फास्ट करने से आपका इम्यून सिस्टम और मजबूत होता है।


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