-नरेश कुमार नामदेव
1.
रात दिन है मेरा
तुम्हारे घर में डेरा।
रोज मीठे गीत से
करती नया सवेरा।
2.
पीपल की ऊंची डाली पर,
बैठी वह गाती है।
तुम्हें हमें अपनी बोली में
वह संदेश सुनाती है।
3.
कमर कसकर बुढ़िया रानी,
रोज सवेरे चलती है।
सारे घर में घूम-घूमकर
साफ-सफाई करती है।
4.
पानी का मटका
पेड़ पर लटका।
हवा हो या झटका
उसको नहीं पटका।
उत्तर- गौरेया, चिड़िया, झाड़ू, टमाटर।