* जानिए नवंबर 2017 के शुभ योग, इस दौरान शुरू करें नया कार्य
प्रतिमाह आने वाले कई योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होते हैं। इसी कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले उस माह के कार्य-सिद्धि योग, शुभ योग-संयोग को देख-परख लेना श्रेष्ठ होता हैं।
अगर आपको किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं नवंबर 2017 के शुभ-अशुभ योग। आइए जानें :-
कार्यसिद्धि योग
02 नवंबर प्रात: 06.56 से देर रात्रि 06/09 तक
03 नवंबर प्रात: 06/10 से देर रात्रि 03/29 तक
06 नवंबर समस्त
09 नवंबर समस्त
15 नवंबर प्रात: 06/18 से दोपहर 01/46 तक
24 नवंबर प्रात: 10/03 से देर रात्रि 06/25 तक
25 नवंबर प्रात: 06/25 से दोपहर 12/49 तक
28 नवंबर सायं 05/21 से देर रात्रि 06/28 तक
30 नवंबर समस्त
अमृत सिद्धि योग
06 नवंबर रात्रि 07/56 से देर रात्रि 06/12 तक
09 नवंबर दोपहर 01/39 से देर रात्रि 06/14 तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
02 नवंबर प्रात: 06.56 से देर रात्रि 05.29 तक।
09 नवंबर दोपहर 01.39 से। 10 नवंबर दोपहर 12.25 तक।
21 नवंबर देर रात्रि 03.51 से। 23 नवंबर प्रात: 06.59 तक।
24 नवंबर प्रात:10.03 से। 25 नवंबर दोपहर 12.49 तक।
27 नवंबर सायं 04.37 से। 28 नवंबर सायं 05.21 तक।
द्विपुष्कर (दो गुना फल) योग
25 नवंबर दोपहर 12/49 से देर रात्रि 06/25 तक
26 नवंबर प्रात: 06/26 से प्रात: 09/51 तक
त्रिपुष्कर (तीन गुना फल) योग
05 नवंबर प्रात: 07/40 से रात्रि 10/31 तक
गुरु पुष्यामृत योग
09 नवंबर दोपहर 01.39 से सूर्योदय पर्यन्त
विघ्नकारक भद्रा
03 नवंबर दोपहर 01.47 से रात्रि 12.05 तक।
06 नवंबर दोपहर 02.38 से देर रात्रि 12.59 तक।
09 नवंबर सायं 04.42 से देर रात्रि 03.46 तक।
12 नवंबर रात्रि 12.35 से 13 नवंबर दोपहर 12.26 तक।
16 नवंबर दोपहर 02.09 से देर रात्रि 02.50 तक।
22 नवंबर दोपहर 01.33 से देर रात्रि 02.55 तक।
26 नवंबर प्रात: 09.51 से रात्रि 10.27 तक।
29 नवंबर रात्रि 10.10 से। 30 नवंबर प्रात: 09.26 तक।
पंचक
02 नवंबर देर रात्रि 05.29 तक।
25 नवंबर देर रात्रि 02.01 से। 30 नवंबर सायं 04.13 तक।