पूजा अर्चना आरती में मन लगाना चाहिए तभी आपको शांति मिलेगी।
अगर पूजा में मन नही लग रहा है तो आप शांति के साथ अकेले में बैठ जाये जिससे आपको ज्योति के दर्शन होंगे और वही आपको दिशा दिखाएगी।
और जिस दिशा के साथ आप चलेंगे वहाँ रास्ते मे आपको उन्नति और प्रगति मिलेगी जिससे आपको संतोष की प्राप्ति होगी।
और संतोष को पाने के बाद आपको जीवन में कुछ करने के लिए प्रेरणा मिलेगी। जिससे आपको तृप्ति का अहसास होगा।
हाँ पर इसके लिए श्रद्धा और भावना का साथ होना परम आवश्यक है।