बजट में बोधगया का हुआ ख़ास जिक्र, जानिए यहां घूमने के लिए कौन-कौन से हैं ठिकाने
बिहार में भी महाबोधि और विष्णुपद कॉरिडोर का होगा विकास, बजट में किया ऐलान
2024 के बजट में भी हुआ बोधगया का जिक्र
2024 के बजट में भी बिहार के बोधगया का जिक्र हुआ है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कही है और कहा है कि उत्तर प्रदेश के काशी कॉरिडोर की तर्ज पर अब बिहार में भी महाबोधि और विष्णुपद कॉरिडोर का विकास होगा। यह बिहार के पर्यटन के लिए एक बड़ी घोषणा है।
अगर आप बोधगया जाने का सोच रहे हैं तो यहां जाने का सबसे अच्छा समय अगस्त से मार्च के बीच में माना जाता है, क्योंकि इस दौरान मौसम काफी अच्छा रहता है।
कैसे पहुंचे बोधगया
अगर आप यह सोच रहे हैं कि बोधगया कैसे पहुंचे, तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम आपको बताते हैं कि आप कैसे बोधगया पहुँच सकते हैं।
हवाई जहाज़ से पहुंचें बोधगया:
आप एरोप्लेन से भारत के किसी भी हिस्से से बोधगया आ सकते हैं। बोधगया का निकटतम हवाई अड्डा "गया हवाई अड्डा है"। आप गया के एयरपोर्ट पर उतरकर किसी भी टैक्सी या बस के जरिए बोधगया आ सकते हैं। एयरपोर्ट से बोधगया की दूरी 10 किलोमीटर की है।
गया रेलवे स्टेशन से बोधगया
आप गया रेलवे स्टेशन पर उतर सकते हैं। बोधगया से रेलवे स्टेशन की दूरी लगभग 11 किलोमीटर की है। आप गया के रेलवे स्टेशन पर उतरकर टैक्सी या बस से आसानी से बोधगया पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग से बोधगया:
अगर आप चाहें तो राष्ट्रीय राजमार्गों और सड़क मार्ग से बोधगया पहुंच सकते हैं। गया भारत के सभी हिस्सों से सड़क मार्ग से कनेक्टेड है।
बोधगया में कहां घूमें
बोधगया आने के बाद आप एक नहीं कई सारी जगह पर घूम सकते हैं। यहां पर महाबोधि टेंपल काफी फेमस है। इसके पास ही मुचलिंद सरोवर है, जहां का नजारा आपका दिल जीत लेगा। आप बोधि ट्री देखने भी जा सकते हैं। यहां पर भगवान बुद्ध पीपल के पेड़ के नीचे बैठे हैं।
इन जगहों को भी करें एक्सप्लोर
इसके अलावा आप ग्रेट बुद्धा टेंपल, रॉयल भूटान मठ, सुजाता गढ़, पुरातत्व संग्रहालय, डुंगेश्वरी पहाड़ियां जैसी कई खूबसूरत जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। इन सभी जगह को एक्सप्लोर कर आप अपनी ट्रिप को यादगार बना सकते हैं।