* रंगों की पसंद से जानिए अपनी प्रेमिका का स्वभाव....
* जो महिलाएं सफेद रंग को पसंद करती है, वह सज्जन, सरल, दयालु, भली, सच्ची, स्वार्थरहित, न्यायप्रिय तथा मानवीय गुणों से संपन्न होती है। दूसरों की सहायता, सेवा का गुण, स्वभाव में गंभीरता, आडंबरहीन इनके व्यक्तित्व की पहचान है। आवाज में बुलंदी, दृढ़ता तथा आत्मविश्वास इनके व्यक्तित्व की पहचान है। आत्मविश्वास इनमें कूट-कूटकर भरा रहता है। अनुशासनप्रिय तथा रूढ़िवादी।
* जो महिलाएं काला रंग पसंद करती हैं, वे सामान्यत: उदास और निराश प्रकृति की होती हैं। कभी-कभी उनके स्वभाव में तीखापन भी देखा जा सकता है। व्यक्तित्व आकर्षक, सौन्दर्य में साक्षात सुंदरता की देवी 'वीनस' रूपगर्विता, पति-प्रेमी पर दबदबा बनाए रखने में कुशल और आत्मविश्वासी होती हैं। विलासमय जीवन इनकी जीवनशैली का अंग है। ऊपर से कठोर और अंतरमन इनका मखमली होता है। आंखों में खुमार इनके सौंदर्य बोध का दावतनामा है।
* जो महिलाएं पीले रंग को पसंद करती है, वह गप-शप में रुचि रखने वाली, जिज्ञासु प्रवृ्त्ति की होने के कारण जासूसी अर्थात दूसरे के विषय में अधिक जानने का शौक। शिष्टाचारी होते हुए भी स्वर में रहस्यमयता इनके व्यक्तित्व की खास पहचान है। मितव्ययी होते हुए भी आत्मप्रशंसा के क्षणों में अत्यधिक सहायता प्रदान कर देती है। स्वच्छंदता इनके गुणों को चमकीला और बहुमुखी प्रतिभा संपन्न बना देता है। साहित्यिक अभिरुचि, घटनाओं पर विवेचनात्मक शैली में प्रस्तुति से सभा-सोसायटी में आकर्षण का केंद्रबिंदु बनी रहती है, किंतु चरित्र के मामले में उच्च मानदंडों से सरोकार रखती है।
* जो महिलाएं नारंगी रंग को अधिक पसंद करती है, वह स्नेहमयी, मैत्रीपूर्ण तथा आनंददायिनी स्वभाव की स्वामिनी होती है तथा अपने मैत्री संबंधों में संतुलन बनाए रखती है। ऐसी नारी अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए इस प्रकार मांग हेतु प्रयत्न करती है कि अन्य किसी को बुरा नहीं लगता। आध्यात्मिक चिंतन, सभी के प्रति सद्भाव एवं 'परहित सरस धर्म नहीं भाई' की उक्ति को अपने जीवन दर्शन में आदर्श मानती है। राष्ट्रहित, समाजहित एवं परिवार के प्रति दायित्वों के निर्वहन में सदैव सजग बनी रहती है। मृदुलता, सुरुचिपूर्ण भोजन व्यवस्था, व्यावहारिक चंचलता, चपलता के साथ चाल-ढाल में गजगामिनी नजर आती है। इनकी आंखों में निराशा के क्षणों में भी आशादीप की दमक इनके सौंदर्य को मोहक बना देती है।
* जो महिलाएं गुलाबी रंग को पसंद करती है, उनकी चाल-ढाल में गंभीरता तथा व्यवहार में तटस्थता पाई जाती है। अहंकार की मात्रा कितनी भी हो, किंतु चंचलता और व्यावहारिक शालीनता इनके व्यक्तित्व को आकर्षण का केंद्र बना देती है। मुखड़े पर थिरकती मुस्कान और आंखों में चुंबकीय आकर्षण इनके व्यक्तित्व को मनोहारी बना देता है। शिष्टाचार इनके सामाजिक परिवेश को और भी समृद्ध बना देता है।
* जो महिलाएं स्लेटी रंग पसंद करती हैं, वे शांत, कुशल, परिश्रमी तथा अपने काम से काम रखने वाली होती हैं। मस्तिष्क उर्वराशील होता है। यदि उन्हें अभी प्रतिभा का समुचित उपयोग करने का अवसर मिले, तो व्यावसायिक या अन्य क्षेत्रों में वे बहुत अच्छा काम कर सकती हैं। इनमें से कुछ स्त्रियां कठोर और स्वभाव से अभिमानी होती हैं।
* जो महिलाएं लाल रंग को पसंद करती है, वह कभी प्रसन्न, कभी उग्र, निर्भीक तथा उत्तेजक स्वभाव वाली होती है। साहसी तथा अपने जीवन के प्रत्येक क्षण को आनंदपूर्ण बनाने की इच्छुक रहती है। ऐसी स्त्रियां भविष्य के लिए चिंतित नहीं रहतीं। भाग्य की अपेक्षा कर्म के मर्म को समझने वाली स्वतंत्रचेता तथा अपने उद्देश्य की पूर्ति में सदैव प्रयत्नशील बनी रहती हैं।
* जो महिलाएं भूरा रंग पसंद करती हैं, वे व्यवस्थाप्रिय, अकाल्पनिक एवं नियमित जीवन बिताने की अभ्यस्त होती हैं। अनुशासनरत किंतु अपनों के प्रति प्रगाढ़ स्नेह रखती हैं, फिर भले ही वे मां-पिता, भाई, पति अथवा संतानें ही क्यों न हों। साज-सज्जा, वस्त्रालंकार तथा पर्यटन प्रिय होती हैं। चेहरे पर मुस्कान और आंखों में शोखी तैरती नजर आती है उनमें। जीना कोई इनसे सीखें।
* जो महिलाएं हरा रंग पसंद करती हैं, उनका वार्तालाप अंतहीन होता है। उनके मन में उमंग और उल्लास का अद्भुत सम्मिश्रण रहता है। उनका अंतरमन कल्पनाओं के रथ पर आरूढ़ होता, सुखद सपनों में खोया रहता है। वे चुस्त, फुर्तीली और चतुराई के साथ जब भी जिससे प्यार करती है, जी-जान से करती हैं। नफरत करने पर बेवफा बनते देर नहीं लगती। बातचीत में हास-परिहास, पर्यटनशील, प्रकृति की दीवानी होती है।
* जो महिलाएं बैंगनी रंग पसंद करती हैं, उनके मन में वैभव-विलास की तीव्र लालसा होती है। ऐसी स्त्रियां व्यक्तिगत रूप से महत्वाकांक्षिणी बले ही न हो, किंतु जीवनसाथी उन्हें सुखी तथा संतुष्ट बनाए रखने में दिन-रात एक कर देते हैं।
* जो महिलाएं पीला रंग पसंद करती हैं, वे कभी प्रसन्न होती हैं और अगले ही क्षण निराशा उन्हें घेर लेती है। वे अपने संवेगों पर नियंत्रण नहीं रख पातीं। वैसे ऐसी स्त्रियां स्वभाव की अच्छी होती हैं। वे दूसरों के प्रति सहानुभूति रखती हैं। दूषित विचारों से दूर रहती हैं। रहस्यमय भी होती हैं, क्योंकि उनकी उदासी का कारण कोई नहीं जान पाता।