Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

इस दिवाली करिए मां लक्ष्मी के इन पांच मंदिरों के दर्शन, यहां की महिमा है अपरम्पार, हर मनोकामना होती है पूरी

WD Feature Desk
गुरुवार, 24 अक्टूबर 2024 (11:57 IST)
Diwali 2024: धनतेरस 2024 आने वाला है और हर कोई मां लक्ष्मी की कृपा पाने की तैयारी में जुटा है। इस शुभ अवसर पर मां लक्ष्मी की पूजा से सुख, समृद्धि और धन प्राप्ति की मान्यता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में कुछ ऐसे अद्भुत मंदिर हैं जहां मां लक्ष्मी की विशेष महिमा है और जहां भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है? आइए, इस धनतेरस पर जानते हैं मां लक्ष्मी के पांच प्रमुख मंदिरों के बारे में जिनकी महिमा अपरम्पार है।

मां लक्ष्मी के प्रसिद्ध मंदिर (Famous Lakshmi Temples)
1. लक्ष्मी नारायण मंदिर, दिल्ली
दिल्ली में स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर, जिसे बिड़ला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां भक्त धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा अर्चना करते हैं। माना जाता है कि यहां सच्चे दिल से की गई प्रार्थना से भक्तों को जीवन में धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

2. अष्टलक्ष्मी मंदिर, चेन्नई
चेन्नई का अष्टलक्ष्मी मंदिर भारत के प्रमुख लक्ष्मी मंदिरों में से एक है। यहां मां लक्ष्मी की आठ रूपों में पूजा की जाती है। मंदिर का विशेष महत्व इस बात में है कि यहां एक बार पूजा करने से जीवन की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। इस मंदिर में भक्त धनतेरस पर विशेष रूप से उपस्थित होते हैं।

3. महालक्ष्मी मंदिर, कोल्हापुर
कोल्हापुर का महालक्ष्मी मंदिर भारत का एक प्रमुख शक्तिपीठ है। यहां मां लक्ष्मी की आराधना से भक्तों को अपार धन और सुख की प्राप्ति होती है। यह मंदिर हजारों भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है, खासकर धनतेरस और दिवाली के अवसर पर।

4. लक्ष्मी देवी मंदिर, कर्नाटक
कर्नाटक के हासन जिले में स्थित लक्ष्मी देवी मंदिर का प्राचीन महत्व है। यहां मां लक्ष्मी की पूजा से जीवन में समृद्धि और शांति का अनुभव होता है। इस मंदिर की मान्यता है कि जो भी भक्त यहां सच्चे मन से पूजा करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
ALSO READ: दिवाली पर मां लक्ष्मी को बुलाने के लिए करें ये 5 उपाय, पूरे साल रहेगी माता लक्ष्मी की कृपा
 
5. लक्ष्मी मंदिर, पुष्कर
राजस्थान के पुष्कर में स्थित यह मंदिर मां लक्ष्मी का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। यह मंदिर धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। धनतेरस और दीपावली पर यहां विशेष आयोजन होते हैं और हजारों भक्त यहां अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आते हैं।

धनतेरस 2024 पर मां लक्ष्मी की पूजा का महत्व (Importance of Lakshmi Worship on Dhanteras 2024)
धनतेरस पर मां लक्ष्मी की पूजा से सुख और समृद्धि का आगमन होता है। इस दिन मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए मंदिरों में विशेष पूजा और हवन का आयोजन होता है। भक्त अपनी संपत्ति और जीवन में वृद्धि के लिए इस दिन मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने की कोशिश करते हैं। इस धनतेरस पर इन मंदिरों में जाने से आपके जीवन में नए अवसरों और अपार समृद्धि का आगमन हो सकता है।

धनतेरस पर मां लक्ष्मी की पूजा कैसे करें? (How to Worship Lakshmi on Dhanteras?)
धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी की पूजा के लिए घर में दीप जलाएं, कमल के फूल चढ़ाएं, और लक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करें। इस दिन सोना या चांदी खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है।

अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

सम्बंधित जानकारी

सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Guru Pushya Nakshatra 2024: पुष्य नक्षत्र में क्या खरीदना चाहिए?

जानिए सोने में निवेश के क्या हैं फायदे, दिवाली पर अच्छे इन्वेस्टमेंट के साथ और भी हैं कारण

झाड़ू से क्या है माता लक्ष्मी का कनेक्शन, सही तरीके से झाड़ू ना लगाने से आता है आर्थिक संकट

30 को या 31 अक्टूबर 2024 को, कब है नरक चतुर्दशी और रूप चौदस का पर्व?

गुरु पुष्य योग में क्यों की जाती है खरीदारी, जानें महत्व और खास बातें

सभी देखें

धर्म संसार

Diwali Recipes : दिवाली स्नैक्स (दीपावली की 3 चटपटी नमकीन रेसिपी)

फेस्टिव दीपावली साड़ी लुक : इस दिवाली कैसे पाएं एथनिक और एलिगेंट लुक

दीवाली का नाश्ता : बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए ये आसान और मजेदार स्नैक्स

Dhanteras 2024: अकाल मृत्यु से बचने के लिए धनतेरस पर कितने, कहां और किस दिशा में जलाएं दीपक?

दक्षिण भारत का स्वर्ण मंदिर कहलाता है श्रीपुरम महालक्ष्मी स्वर्ण मंदिर, जानिए इस मंदिर की क्या है विशेषता

આગળનો લેખ
Show comments