नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोगों को ईस्टर की पूर्व संध्या पर बधाई देते हुए कहा कि हमारी सोच में घृणा और हिंसा को कोई स्थान नहीं मिलना चाहिए।
अपने संदेश में मुखर्जी ने कहा कि ईस्टर का पवित्र दिन मानवता के प्रति ईसा मसीह के बेइंतहा प्रेम की लगातार याद दिलाता है।
उन्होंने कहा, 'चूंकि हम ईसा मसीह के पुनर्जीवन का जश्न मना रहे हैं इसलिए उनकी शिक्षाएं हममें से प्रत्येक को प्रेम, सत्य, बलिदान और क्षमा के उनके आदशरें का पालन करने को प्रेरित करती हैं। हमारी सोच में घृणा और हिंसा को कोई स्थान नहीं पाने दें। जिस मानवतावाद के लिए ईसा मसीह खड़े हुए उसे हमेशा हमारा पथ प्रदर्शक बनने दें।'
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने भी ईस्टर की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और लोगों से जाति, संप्रदाय या धर्म पर विचार किए बिना सौहार्द और करूणा का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, 'मैं ईस्टर के पावन मौके पर अपने देश के लोगों को शुभकामना देता हूं। यह पवित्र अवसर हमें इस बात की याद दिलाता है कि प्रेम नफरत से अधिक मजबूत है।' (भाषा)