सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि स्मृति ईरानी ने मां दुर्गा के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। वायरल वीडियो एक न्यूज चैनल का है, जिसमें स्मृति ईरानी संसद में अंग्रेजी में बोलती हुई दिख रही हैं।
वायरल वीडियो में स्मृति ईरानी को अंग्रेजी में कह रही हैं- ‘दुर्गा पूजा सबसे ज्यादा विवादास्पद और नस्लवादी त्योहार है, जहां प्रतिमा में खूबसूरत दुर्गा मां को काले रंग के स्थानीय निवासी महिषासुर को मारते दिखाया जाता है। दुर्गा ने महिषासुर को शादी के लिए आकर्षित किया और 9 दिन बाद उसकी हत्या कर दी।
ये वीडियो फेसबुक और ट्विटर पर काफी शेयर किया जा रहा है।
सच क्या है?
वीडियो की पड़ताल के लिए हमने गूगल पर ‘स्मृति ईरानी, मां दुर्गा’ कीवर्ड्स सर्च किया, तो पाया कि यह वीडियो साल 2016 का है और वायरल वीडियो को काट-छांट कर तैयार किया गया है।
दरअसल, तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने 24 फरवरी 2016 को संसद में रोहित वेमुला और जेएनयू से जुडे मुद्दों पर अपने जवाब में दिल्ली के JNU के कुछ छात्रों का एक बयान पढ़कर सुनाया था। वायरल वीडियो उसी भाषण का हिस्सा है।
पूरे वीडियो को भारतीय जनता पार्टी ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया है। वीडियो के 30वें मिनट के बाद देखने पर पता चला जाता है कि स्मृति ईरानी JNU के छात्रों का बयान पढ़कर सुना रही थीं।
स्मृति का कहना था कि अक्टूबर 2014 में महिषासुर शहादत दिवस के आयोजन के वक्त JNU के कुछ दलित-आदिवासी, ओबीसी और अल्पसंख्यक छात्रों ने एक बयान जारी किया था। इस बयान में मां दुर्गा के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया था। पूरे बयान को स्मृति ईरानी ने संसद में पढ़ा था और इसकी कड़ी आलोचना की थी।
वेबदुनिया ने भी इस पर खबर प्रकाशित की थी। वह खबर पढ़ने के लिए
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वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया कि भ्रम फैलाने के लिए स्मृति ईरानी के भाषण के वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। स्मृति ईरानी ने मां दुर्गा के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया था।