भोपाल। मध्य प्रदेश के राज्यपाल के निवास स्थान राजभवन से 6 कोरोना संक्रमित मरीजों के पाए जाने के बाद भोपाल जिला प्रशासन ने इसे निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया है। जिला कलेक्टर तरुण पिथोड़ो ने बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी किया है।
राजभवन के सूत्रों ने बताया कि राजभवन परिसर में कोविड-19 का पहला मरीज मिलने के बाद राज्यपाल लालजी टंडन का नमूना भी जांच के लिए लिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में स्थित राजभवन परिसर में कर्मचारियों के आवास वाले क्षेत्र से छह कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इन आवासों को केन्द्र मानते हुए निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है। यहां रहने वाले सभी लोगों को अपने घरों में क्वारंटाइन में रहना होगा तथा यहां आवाजाही बंद रहेगी।
इस बीच, राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि राज भवन के एक कर्मचारी का पुत्र कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित पाया गया था।
उन्होंने बताया कि यह कर्मचारी अपने परिवार के साथ राजभवन परिसर में कर्मचारियों के लिए बने आवास में रहता है। इसके बाद इस कर्मचारी के परिवार के अन्य सदस्य भी कोरोना संक्रमित पाए गए।
राजभवन परिसर में कर्मचारियों के क्वार्टर वाले भाग में गतिविधियों को रोक दिया गया है और कोरोना संक्रमित सभी 6 लोगों को राजभवन से पृथक कर दिया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल के घर पर काम करने वाले कर्मचारियों को परिसर में ही अतिथि निवास में स्थानांतरित कर दिया गया है, हालांकि, जांच में इन कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण नहीं पाया गया है। संक्रमित व्यक्ति कभी राज्यपाल से संपर्क में नहीं थे।
उन्होंने बताया कि राज्यपाल के संपर्क में रहने वाले घर के 6-7 कर्मचारी का कोरोना परीक्षण किया गया है, जिनमें इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एहतियात के तौर पर इन कर्मचारियों को अतिथि गृह में स्थानांतरित कर दिया गया है।
जिला प्रशासन के आदेश के अनुसार सभी दिशा निर्देशों और प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। (भाषा)