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मेनका गांधी को क्या मोदी बनाएंगे लोकसभा स्पीकर-प्रेस रिव्यू

मेनका गांधी को क्या मोदी बनाएंगे लोकसभा स्पीकर-प्रेस रिव्यू
, गुरुवार, 6 जून 2019 (09:13 IST)
17वीं लोकसभा का स्पीकर कौन होगा इसे लेकर अटकलें थमती नहीं दिख रहीं। संसद के सत्र का भी वक्त करीब आ रहा है लेकिन सत्ताधारी बीजेपी स्पीकर के नाम पर अब तक फैसला नहीं कर पाई है। जाहिर है लोकसभा का स्पीकर कोई बीजेपी सांसद ही बनेगा/बनेगी।
 
एक बात यह भी है कि मोदी सरकार लोकसभा के उपाध्यक्ष का पद किसे देती है। अगर बीजेपी लोकसभा में सांसदी के आधार पर वरिष्ठता को देख स्पीकर के पद पर फैसला करती है तो इस बार 303 सांसदों वाली बीजेपी में मेनका गांधी टॉप पर रहेंगी। वो आठवीं बार संसद पहुंची हैं। पहली बार वो नौवीं लोकसभा के लिए चुनी गई थीं। इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मेनका गांधी के नाम पर बीजेपी में सहमति नहीं है।
 
दूसरा नाम मध्य प्रदेश में टीकमगढ़ सुरक्षित सीट से बीजेपी सांसद वीरेंद्र कुमार का है। कुमार सातवीं बार सांसद चुने गए हैं। वीरेंद्र कुमार पहली बार 1996 में 11वीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गए थे। ये मोदी के पहले कार्यकाल में मंत्री भी बने थे लेकिन इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है।
 
तीसरा नाम एएस अहलूवालिया का है। 1986 से सियासत की समझ और अनुभवों के चलते अहलूवालिया का नाम भी लोकसभा स्पीकर पद के लिए चल रहा है। अहलूवालिया चार बार राज्यसभा से सांसद रह चुके हैं। अहलूवालिया पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के दौर में कांग्रेस में शामिल हुए थे। बाद में वो बीजेपी से जुड़ गए।
 
साल 2014 में वो दार्जिलिंग लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंचे थे। इस बार अहलूवालिया दुर्गापुर-बर्धमान सीट से जीते हैं। हालांकि कांग्रेस बैकग्राउंड होने की वजह से अहलूवालिया को लोकसभा स्पीकर बनाया जाएगा, इसके आसार कम ही हैं।
 
लोकसभा स्पीकर के लिए पूर्व कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के नाम पर भी विचार हो सकता है। राधा मोहन छह बार सांसद रह चुके हैं। इन चुनावों में वो पूर्वी चंपारण सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश में बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान भी छह बार सांसद रह चुके हैं। वो 2019 चुनावों में खंडवा सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं।
 
रोजगार-विकास बढ़ाने के लिए मोदी ने दो पैनल बनाए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को निवेश, विकास और रोजगार, कौशल विकास को बढ़ाने के लिए दो कैबिनेट समितियां बनाईं। टाइम्स ऑफ इंडिया समेत कई अखबारों ने ये खबर पहले पन्ने पर छापी है। खबर के मुताबिक, इसे अर्थव्यवस्था को चुनौती दे रहे दो अहम मुद्दों से निपटने की नरेंद्र मोदी की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
 
इसके साथ ही बैठक में सुरक्षा मामलों की समिति का फिर से गठन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल होंगे।
 
अपने पहले कार्यकाल में बहुत सी कैबिनेट कमेटियां बनाने से बचने वाले मोदी ने इस बार विकास से जुड़ी चिंताओं और घटती नौकरियों की समस्या से अच्छे से निपटने के लिए समर्पित समूह बना दिए हैं।
 
दलित को पीटकर मारने वाले सवर्णों को उम्रकैद
 
मध्य प्रदेश के गुना में एक विशेष अदालत ने दलित किसान को पीटकर मारने वाले 13 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इनमें से 12 लोग सवर्ण हैं।
 
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, किसान सितंबर 2017 में इन लोगों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत शिकायत करने की कोशिश कर रहा था।
 
45 साल के नीलम अहीरवार पर सवर्णों ने गुना से 20 किलोमीटर दूर स्थित गांव से ट्रैक्टर चुराने और महुखान पंचायत भवन से 15 किलो उड़द की दाल चुराने का आरोप लगाया था। आरोप लगाने वालों में सरपंच प्रवीण उर्फ पप्पू शर्मा भी शामिल थे। लेकिन उपप्रभागीय मैजिस्ट्रेट ने दोनों ही आरोपों को गलत पाया था।
 
जो टकराएगा चूर-चूर हो जाएगा - ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा, 'जो हमसे टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा।' उन्होंने कहा कि ये हमारा नया नारा है।
 
अमर उजाला की खबर के मुताबिक, उन्होंने बीजेपी के बारे में कहा, 'बीजेपी जितनी तेज़ी से ईवीएम पर कब्ज़ा करेगी, उतनी ही तेज़ी से वो गायब हो जाएगी।'
 
ममता ने कहा कि त्याग का नाम हिंदू है, ईमान का नाम मुसलमान है, प्यार का नाम ईसाई है, सिखों का नाम बलिदान है। 'यह है हमारा प्यारा हिंदुस्तान। हम लोग इसकी रक्षा करेंगे।'
 
केरल में निपाह वायरस फैलने का डर
निपाह वायरस से संक्रमित पाए गए केरल में एर्नाकुलम के 23 वर्षीय युवक के संपर्क में आने वाले 314 लोगों को अलग करके रखा गया है और उनका मेडिकल निरीक्षण किया जा रहा है।
 
कोच्चि के जिस अस्पताल में यह युवक भर्ती है, वहां के अधिकारियों का कहना है कि उसकी हालत फिलहाल स्थिर है और वो खाना खा रहा है। द हिंदू अखबार के मुताबिक़, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन गुरुवार को कोच्चि का दौरा करेंगे।
 
एर्नाकुलम के सरकारी मेडिकल कॉलेज में बुधवार को दो और लोगों को भर्ती किया गया। अब तक सात लोगों को निपाह वायरस से संक्रमित होने के शक में भर्ती किया जा चुका है। अलग करके रखे गए मरीजों के सैंपल पुणे की लैब में भेज दिए गए हैं।

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