Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

August 2024 Weekly Muhurat : जानें 7 दिन के साप्ताहिक शुभ मुहूर्त एकसाथ

साप्ताहिक पंचांग 12-18 अगस्त 2024

पं. हेमन्त रिछारिया
शनिवार, 10 अगस्त 2024 (16:55 IST)
ALSO READ: krishna janmashtami 2024: 26 अगस्त को 5251 साल के हो जाएंगे भगवान श्री कृष्‍ण
 
Shubh Muhurat in August 2024 : यहां वेबदुनिया अपने प्रिय पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहा हैं साप्ताहिक शुभ मुहूर्त। यहां आप जानेंगे 12 से 18 अगस्त 2024 तक के ग्रह गोचर, व्रत-त्योहार, आने वाले विशेष दिनों के बारे में हर जानकारी एक साथ... 
 
(साप्ताहिक शुभ मुहूर्त 12 अगस्त से 18 अगस्त तक)
 
12 अगस्त 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति
योग (सूर्योदयकालीन)-शुक्ल
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/सोमव्रत
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-शिवलिंग का नर्मदाजल से अभिषेक करें। 
वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

13 अगस्त 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा
योग (सूर्योदयकालीन)-ब्रह्म
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित  
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-रवियोग
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में पंचमुखा दीपक प्रज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

14 अगस्त 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अनुराधा
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थित-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थ अमृतसिद्धि योग/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को धर्मशास्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

15 अगस्त 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-ज्येष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-वैधृति
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय  
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/पुत्रदा एकादशी व्रत (स्मार्त)-पंचांग भेद
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को स्वर्ण दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

ALSO READ: Sawan maas 2024: इन 4 राशियों पर रहती है शिवजी की विशेष कृपा, हर संकट करते हैं दूर
 
16 अगस्त 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मूल
योग (सूर्योदयकालीन)-विषकुम्भ
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-पुत्रदा एकादशी व्रत (सर्वे)/मूल समाप्त
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्षमी मंदिर में छैने से बनी मिठाई चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

17 अगस्त 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण  
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी/त्रयोदशी-(क्षय)
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-शनि प्रदोष
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनिदेव का तिल का तेल से अभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

18 अगस्त 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-आनन्द
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/रवियोग
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में आठ बादाम चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
 
ALSO READ: Sawan Maas 2024 : सावन मास का चौथा सोमवार, बन रहे हैं अद्भुत योग-संयोग, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

सम्बंधित जानकारी

ज़रूर पढ़ें

Dhanteras Rashifal: धनतेरस पर बन रहे 5 दुर्लभ योग, इन राशियों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा

Shopping for Diwali: दिवाली के लिए क्या क्या खरीदारी करें?

दिवाली को लेकर कंफ्यूजन खत्म, जानिए सही तारीख और शुभ मुहूर्त के साथ

बहुत रोचक है आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की उत्पत्ति की कथा, जानिए कौन हैं भगवान धन्वंतरि?

Dhanteras 2024: अकाल मृत्यु से बचने के लिए धनतेरस पर कितने, कहां और किस दिशा में जलाएं दीपक?

सभी देखें

नवीनतम

नए सप्ताह के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, जानें साप्ताहिक पंचांग 28 से 03 नवंबर तक

Aaj Ka Rashifal: 27 अक्टूबर के दिन इन 4 राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ, पढ़ें अपना राशिफल

27 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

27 अक्टूबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

बुध का वृश्‍चिक राशि में गोचर, 3 राशियों के लिए रहेगा कठिन समय

આગળનો લેખ
Show comments