वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि वे इंटरनेट पर डाटा की सुरक्षा को बढ़ाने और इसे एक मानकीकृत रूप देने के लिए एक नया कानून लेकर आएंगे ताकि व्यवसायिक हितों से अमेरिकी नागरिकों की पहचान और निजता का संरक्षण किया जा सके।
फेडरल ट्रेड कमीशन में अपने भाषण के दौरान ओबामा ने कहा, 'हम एक एकल एवं मजबूत राष्ट्रीय मानक स्थापित करने के लिए एक नया कानून लेकर आ रहे हैं ताकि अमेरिकी लोगों को उनकी जानकारी को चुराए जाने या उसका दुरूपयोग किए जाने का पता लग सके।'
उन्होंने कहा कि इस समय लगभग हर राज्य में इस पर एक अलग कानून है और उपभोक्तओं एवं कंपनियों दोनों के लिए यह उलझन भरा है। इस तरह के नियमों के अनुरूप चलना महंगा भी है।
कई बार लोगों को यह पता भी नहीं चलता कि उनके क्रेडिट कार्ड की जानकारी चुराई जा चुकी है। उन्हें यह तब तक पता नहीं चलता, जब तक वे अपने बिल में शुल्क लगे नहीं देख लेते और तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इसलिए नए मानकीकृत नियम के तहत हमारा प्रस्ताव है कि कंपनियों को 30 दिन के भीतर उपभोक्ताओं को इस उल्लंघन की जानकारी देनी होगी।
ओबामा ने आगे कहा कि इसके अलावा हम कानून में मौजूद खामियों को भी समाप्त करने का प्रस्ताव ला रहे हैं ताकि अमेरिकी लोगों की पहचान चुराने और बेचने वाले ज्यादा से ज्यादा अपराधियों को पकड़ा जा सके, फिर चाहे वे इस अपराध को विदेशों में बैठकर ही क्यों न अंजाम दे रहे हों।
उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक बैंक, क्रेडिट कार्ड प्रदाता और ऋणदाता अमेरिकियों को उनकी पहचान की चोरी उनकी क्रेडिट स्कोर तक पहुंच के खिलाफ एक अन्य अस्त्र से लैस कर रहे हैं।
इनमें जे पी मॉर्गन चेज़, बैंक ऑफ अमेरिका, यूएसएए, स्टेट एंप्लॉइज क्रेडिट यूनियन और अलाई फाइनेंशियल आदि शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि प्रशासन उपभोक्ताओं की निजता के अधिकार से जुड़ा एक ऐसा नया कानून भी ला रहा है, जो उन्हें अपना डाटा साझा किए जाने पर नियंत्रण रखने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा, 'हम निजी जानकारी और हमारे बच्चों की निजता के संरक्षण के लिए कई कदम उठा रहे हैं। जिनके बच्चे हैं, वे जानते हैं कि ऐसा करना अब कितना कठिन हो चुका है। फिर चाहे वे संदेश भेज रहे हों, ट्वीट कर रहे हों या फेसबुक या फिर इंस्टाग्राम पर हों। हमारे बच्चे साइबर स्पेस में लोगों से मिल रहे हैं और बड़े हो रहे हैं। यह काफी विस्तृत है।'
स्टूडेंट डिजीटल प्राइवेसी एक्ट का प्रस्ताव रखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें एक ऐसी व्यवस्था चाहिए, जो यह सुनिश्चित करे कि माता-पिता या बच्चों की जानकारी के बिना सूचना नहीं जुटाई जा रही। हम हमारे बच्चों की निजता का संरक्षण चाहते हैं। फिर चाहे वे स्कूल में या कहीं भी साइन ऑन या लॉग ऑन करें।' (भाषा)