नई दिल्ली। हैदराबाद पुलिस ने एक मुठभेड़ में महिला वेटनरी डॉक्टर से गैंगरेप के आरोपियों को मार गिराया। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने गैंगरेप के आरोपियों के मारे जाने के बाद भी अपना अनशन तोड़नेे सेे इनकार कर दिया।
उन्होंने अनशन समाप्त करने के इनकार करते हुए कहा कि जब तक सख्त कानून नहीं बनेगा वह अनशन नहीं तोड़ेगी। उन्होंने कहा कि 7 साल बाद भी निर्भया को इंसाफ नहीं मिला है।
मालीवाल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर दुष्कर्म मामलों में छह माह के भीतर कठोर सजा के प्रावधान की मांग की है। साथ ही निर्भया के दोषियों की सजा माफ नहीं करने की अपील भी की है। इससे पहले मालीवाल प्रधानमंत्री और सभी महिला सांसदों को भी पत्र लिख चुकी हैं।
रेप के दोषियों को 6 महीने के भीतर फांसी देने की मांग को लेकर स्वाति राजघाट पर अनशन पर बैठी थीं। उन्होंने सभी महिला सांसदों से भी महिला सुरक्षा का मुद्दा संसद में उठाने का अनुरोध किया था।
स्वाति के अनशन का आज चौथा दिन था। अनशन के तीसरे दिन उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पर हमारी समस्याएं उन बेटियों के दर्द के सामने फीकी हैं जिनको रेप कर ज़िंदा जला दिया या फिर आंखें नोच ली! आमरण अनशन जारी रहेगा जब तक रेपिस्ट के खिलाफ कठोर सिस्टम नही बनाते। सबसे अपील है राजघाट आके हमारा हौसला बढ़ाएं!
गौरतलब है कि 29 नवंबर को हैदराबाद के साइबराबाद टोल प्लाजा के पास एक महिला की अधजली लाश मिली थी। महिला की पहचान एक वेटनरी डॉक्टर के तौर पर हुई थी। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए साजिश के तहत महिला डॉक्टर की स्कूटी पंकचर की थी, ताकि वे महिला डॉक्टर को अपने जाल में फंसाकर वारदात को अंजाम दे सके।