Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

नाव दुर्घटना में बच्चों समेत 12 रोहिंग्या शरणार्थी डूबे

Webdunia
सोमवार, 9 अक्टूबर 2017 (11:01 IST)
कॉक्स बाजार (बांग्लादेश)। बांग्लादेश आ रही एक नाव के दुर्घटनाग्रस्त होने से बच्चों समेत 12 रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों की डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। म्यांमार में हिंसा के बाद देश छोड़कर भागने वालों की संख्या 5 लाख की संख्या पार कर चुकी है। दुर्घटना में मृत लोग भी हिंसा के पीड़ितों में शामिल थे।
 
अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश के दक्षिणी सिरे पर शाह पिरिर द्वीप के पास रविवार की देर शाम नाव दुर्घटनाग्रस्त हुई। नाव पर कुल कितने लोग सवार थे, इसका पता नहीं चल सका है। लेकिन नाव खेने वाले मछुआरे म्यांमार में चलाए जा रहे अभियान से बचकर भागे हताश रोहिंग्या शरणार्थियों को बड़ी संख्या में नावों पर चढ़ा लेते हैं। संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार की हिंसा को जातीय नरसंहार करार दिया है।
 
बांग्लादेश पुलिस के अधिकारी मोहम्मद मैनुद्दीन ने रायटर से कहा कि अब तक 10 बच्चों और 1 महिला समेत 12 शव बरामद किए जा चुके हैं। अधिकारियों ने इससे पहले 8 शवों की बरामदगी की पुष्टि की थी। इससे पहले खबर आई थी कि म्यांमार से भागकर बांग्लादेश की ओर आ रहे शरणार्थियों की नाव पलटने से कम से कम 2 लोगों की सोमवार को मौत हो गई।
 
बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड के कमांडर कर्नल अरीफुल इस्लाम ने कहा कि नाव दक्षिणी बांग्लादेश के शाह पोरिर द्वीप के पास पलटने से डूब गई। उन्होंने कहा कि पानी से 2 शवों को निकाला जा चुका है जबकि 8 लोगों को बचा लिया गया है। राहत एवं बचाव कार्य सोमवार सुबह तक जारी रहेगा।
 
इससे पहले 28 सितंबर को लगभग 80 शरणार्थियों को लेकर जा रही एक नाव के पलट जाने से 23 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 17 लोगों को बचा लिया गया था और बाकी को लापता घोषित कर दिया गया था। 25 अगस्त के बाद से अब तक लगभग 5 लाख रोहिंग्या मुस्लिम म्यांमार से भागकर बांग्लादेश में प्रवेश कर चुके हैं।
 
म्यांमार के राखाइन राज्य में पुलिस और सैन्य चौकियों पर रोहिंग्या उग्रवादियों के हमलों के कारण म्यांमार के सुरक्षा बलों को जबरन बल प्रयोग करना पड़ा। गत 25 अगस्त के बाद से अब तक 5 लाख 19 हजार रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार छोड़ चुके हैं। 
 
म्यांमार ने 'जातीय नरसंहार' के आरोपों को खारिज करते हुए हमलों को शुरू करने वाले अराकन रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी के उग्रवादियों को आतंकवादी ठहराया है। विद्रोहियों ने 10 सितंबर से 1 महीने का संघर्षविराम घोषित किया, जो सोमवार मध्यरात्रि को समाप्त हो जाएगा।
 
विद्रोहियों ने शनिवार को एक बयान में कहा कि वे म्यांमार सरकार द्वारा किसी भी शांति कदम में सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन यह भी कहा कि संघर्षविराम का समय खत्म होने वाला है। हिंसा के शुरू होने के 6 सप्ताहों के बाद भी रोहिंग्या शरणार्थियों का बांग्लादेश आना जारी है। बांग्लादेश पहले से ही 4 लाख से अधिक म्यांमार मुस्लिम अल्पसंख्यकों का घर बना हुआ है। 
 
रविवार की दुर्घटना से पहले गत 28 सितंबर को 80 रोहिंग्या शरणार्थियों से लदी एक नाव दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इनमें से केवल 17 लोगों को ही बचाया जा सका। सितंबर की शुरुआत में म्यांमार और बांग्लादेश को अलग करने वाले जल सीमा पर एक नाव के डूबने के बाद 46 शव बरामद किए गए थे। मृतकों में 19 बच्चे, 18 महिलाएं और 9 पुरुष शामिल थे। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

महाराष्ट्र में कौन बनेगा मुख्यमंत्री, सस्पेंस बरकरार, क्या BJP फिर लेगी कोई चौंकाने वाला फैसला

संभल हिंसा पर कांग्रेस का बयान, बताया BJP-RSS और योगी आदित्यनाथ की साजिश

Delhi Pollution : दिल्ली में प्रदूषण घटा, 412 से 318 पर पहुंचा AQI

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

Maharashtra Assembly Election Results 2024 : महाराष्ट्र में हार शरद पवार ने तोड़ी चुप्पी, EVM को लेकर दिया बयान

આગળનો લેખ
Show comments