नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान सितरंग का भारत में असर धीरे-धीरे दिखने लगा है। पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश हो रही है। चक्रवात सितरंग से जुड़ी हर जानकारी...
-बांग्लादेश में चक्रवात सितरंग के दस्तक देने के बाद 5 लोगों की मौत हो गई। तूफान की वजह से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
-इससे पहले बांग्लादेश में मौसम विभाग ने पायरा, मोंगला और चटगांव के बंदरगाहों को खतरे का संकेत देने के लिए कहा और कॉक्स बाजार बंदरगाह को 10 के पैमाने पर खतरे के संकेत संख्या 6 को बनाए रखने की सलाह दी थी।
-मौसम कार्यालय ने चेतावनी दी थी कि दक्षिण-पश्चिमी पतुआखाली, भोला, बरगुना और झलकाथी को तूफान से सबसे ज्यादा नुकसान होने की आशंका है, जबकि रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने सरकारी एजेंसियों के साथ हजारों स्वयंसेवकों को जुटाया है।
-मौसम विभाग ने तटीय बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसके परिणामस्वरूप दीपावली और काली पूजा के उत्सव में खलल पड़ने का खतरा पैदा हो गया है।
-मौसम विभाग ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में मंगलवार को भारी से बहुत भारी बारिश होगी।
-कोलकाता में सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने लोगों को घरों के अंदर रहने के लिए मजबूर कर दिया।
-सितरंग तूफान अपराह्न ढाई बजे सागर द्वीप के दक्षिण-पूर्व में 260 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बंगाल की खाड़ी के -उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के ऊपर से गुजरा और इसके बेहद भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। तूफान के कारण 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने जबकि सोमवार रात तक हवा की रफ्तार 110 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका है।