Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

Sawan Somvar 2024: सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ होगी सावन की शुरुआत, ऐसे करें रुद्राभिषेक

सावन में शिव जी को प्रसन्न करने के लिए जानिए क्या है रुद्राभिषेक की सही विधी

shiv and shivling

WD Feature Desk

, बुधवार, 17 जुलाई 2024 (12:14 IST)
Sawan Somvar 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से सावन का महीना शुरू हो जाता है, जो भगवान शिव की उपासना के लिए समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस पवित्र माह में भगवान शिव की उपासना करने से सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है और भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

इस साल सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू होगा। भगवान शिव को समर्पित सावन माह में इस वर्ष 5 सोमवार होंगे और सावन का महीना 29 दिनों का होगा। सावन में भोलेनाथ का पूजन और रुद्राभिषेक करने का अपना महत्त्व होता है।ALSO READ: सावन में कौन-से 5 पौधों को लगाने से प्रसन्‍न होते हैं महादेव, जानिए क्या है धार्मिक महत्व

माना जाता है कि सावन माह में भगवान भोलेनाथ धरती पर विचरण करते हैं। इसीलिए शिव पूजन के लिहाज से यह माह बहुत अहम माना जाता है। सावन में सोमवार के दिन व्रत रखने का भी बहुत महत्त्व होता है।
इस बार सावन माह की शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग में होगी। इस विशेष संयोग के दौरान रुद्राभिषेक का भी विशेष महत्व है। आज इस आलेख में हम आपको रुद्राभिषेक की विधि बता रहे हैं।ALSO READ: sawan somwar 2024 date: कब से शुरू होंगे सावन सोमवार, जानें कब कब रहेंगे सोमवार के दिन

रुद्राभिषेक पूजा विधि
  • सावन सोमवार को जल्दी उठ कर स्नान और नित्य कर्मों आदि से निवृत्त हो जाएं।
  • आप शिव मंदिर जा सकते हैं अथवा घर के मंदिर में ही विधिपूर्वक शिवलिंग का पूजन करें।
  • शिवलिंग का दूध से अभिषेक करने के बाद गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें।
  • शिवलिंग पर चंदन का त्रिपुंड बनाएं और अक्षत और सफेद फूल अर्पित करें।
  • शिवलिंग पर बेलपत्र, शमी के पत्ते, धतूरा और फूलों की माला भी अर्पित करें।
  • भगवान भोलेनाथ को फल और मिठाई का भोग चढ़ाएं और दीपक लगाएं।
  • अंत में परिवार के साथ भगवान शिव की आरती कर, प्रसाद का वितरण करें।
 
इन बातों का रखें ध्‍यान
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।


Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

हरिशयनी एकादशी की सरल पूजा विधि और महत्व जानें