नई दिल्ल। सामाजिक कार्यकर्ता नेता अन्ना हजारे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करके कहा कि प्रशांत भूषण तथा योगेन्द्र यादव को पार्टी से नहीं निकाला जाना चाहिए था। साथ ही उन्होंने सुलह-समझौते का सुझाव देते हुए कहा कि दोनों पुराने साथी हैं।
अन्ना के साथ करीब 50 मिनट चली मुलाकात के बारे में समझा जाता है कि केजरीवाल ने अन्ना को दिल्ली में अपनी सरकार द्वारा किए गए कार्यो के बारे में जानकारी दी। मुलाकात में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल थे।
हजारे से जुड़े एक करीबी सूत्र ने बताया कि अन्ना ने केजरीवाल के साथ योगेन्द्र यादव और प्रशांत के निष्कासन के मुद्दे पर बात की। उन्होंने उनको बताया कि वे पुराने साथी हैं जो भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का हिस्सा रहे हैं ।
केजरीवाल ने अन्ना को पिछले महीनों में किए गए अपने कामों के बारे में बताया। दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई आम आदमी कैंटीन, मोबाइल क्लिनिक और रिश्वतखोरी के खिलाफ काम आदि पहलों के बारे में बताया। मुलाकात से पूर्व अन्ना ने बताया था कि वह लोकपाल नहीं नियुक्त करने सहित आप के दो पूर्व सदस्यों के निष्कासन के बारे में केजरीवाल से पूछेंगे।
लोकपाल के संबंध में सिसोदिया ने कहा कि लोकपाल विधेयक अगले सत्र में लाया जाएगा। पार्टी नेतृत्व तथा संगठन के भीतर के कामकाज पर सवाल उठाए जाने के बाद भूषण और यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर अप्रैल में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। (भाषा)