नई दिल्ली। समझा जाता है कि केंद्र सरकार ने भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या करने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए नया कानून बनाने की संभावना पर प्रारंभिक बातचीत शुरू कर दी है। इस विकल्प पर भी विचार किया जा रहा है कि भारतीय दंड संहिता में संशोधन कर ‘भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने’ को दंडात्मक अपराध बनाया जाए।
यह जानकारी गुरुवार को सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। अधिकारी ने बताया कि एक अन्य विकल्प पर विचार किया जा रहा है कि एक आदर्श कानून तैयार किया जाए जिसे राज्य भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने की घटनाओं पर लगाम लगा सकें।
उन्होंने कहा, हर चीज प्रारंभिक चरण में है क्योंकि उच्चतम न्यायालय के आदेश में केंद्र से नया कानून बनाने के मसले पर भी विचार किया जाना है। उन्होंने कहा कि इस पर काफी समय लग सकता है। सरकार सोशल मीडिया से जुड़े प्रारूप को और मजबूत कर सकती है।
उन्होंने कहा कि ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि अफवाहों के कारण हो रही इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। भारत में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या की बढ़ती घटनाओं की निंदा करते हुए उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को सरकार से इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए कानून बनाने को कहा था। (भाषा)