अयोध्या। जैसे-जैसे अयोध्या मुद्दे (राम मंदिर) का फैसला आने का समय नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे अयोध्या में फैसले की गर्माहट का एहसास होने लगा है और अयोध्या को एक ऐसे सुरक्षा घेरे में बांधा जा रहा है जिस सुरक्षा को तोड़ पाना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा।
सुरक्षा के मद्देनजर अयोध्या में अधिकारियों की चहलकदमी के साथ-साथ सुरक्षाकर्मियों के पहुंचने की शुरुआत हो चुकी है। इससे अयोध्या के आम जनमानस अयोध्या मुद्दे को लेकर आने वाले फैसले का एहसास करने लगे हैं और बढ़ती सुरक्षा से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ रहा है और वे आराम से रोजमर्रा के अपने काम कर रहे हैं। वे आज भी मानते हैं कि कोर्ट जो भी फैसला करेगी, वह सही होगा।
फोर्स का रूट मार्च जारी- सुरक्षा की दृष्टि से अयोध्या में बाहर से आई फोर्स ने जिले की भौगोलिक स्थिति को जानने के लिए रूट मार्च करना शुरू कर दिया है और पैरामिलिट्री फोर्स को शहर के चप्पे-चप्पे से वाकिफ कराया जा रहा है और इस दायित्व को पूरा करने में सभी उच्च अधिकारी लगे हुए हैं।
पहुंचीं सुरक्षा कंपनियां- सूत्रों की मानें तो पहले चरण में 100 से भी अधिक कंपनी सुरक्षाकर्मी आ चुके हैं जिसमें पीएसी व पैरामिलिट्री फोर्स के लोग मौजूद हैं, तो वहीं दूसरे चरण में लगभग 200 से भी अधिक सुरक्षा कंपनियां मिलने की संभावना है। अब ऐसे में जिले में बढ़ती फोर स्कोर को रुकवाने का दायित्व जिला प्रशासन के ऊपर है। इसी के चलते फोर स्कोर को ठहराने की व्यवस्था को लेकर जिले के अधिकांश विद्यालयों को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
उच्च अधिकारियों के लिए होटल में कमरे बुक- सूत्र बताते हैं कि प्रदेश के अन्य जिलों से भी पुलिस के बड़े अधिकारी अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था का मोर्चा संभालने के लिए आने वाले हैं और उनके लिए जिले के बड़े-बड़े होटलों में कमरे भी बुक कराए जा रहे हैं। अभी तक शहर में लगभग 10 से 12 कमरे बुक करा भी दिए गए हैं लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर कमरे कहां बुक कराए गए हैं? इसकी जानकारी सूत्रों को नहीं है।
15 दिन पहले पहुंची खुफिया एजेंसी- सूत्रों की मानें तो खुफिया एजेंसी के अधिकारी लगभग 15 दिनों से ही अयोध्या में डेरा डाले हुए हैं और उन्होंने सरकार से लेकर अयोध्या के जिला प्रशासन को भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आने से पहले विशेष सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने अयोध्या के प्रमुख मठ व मंदिरों की सुरक्षा बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं जिसके चलते मठ व मंदिरों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अयोध्या पुलिस ने फोर्स के समन्वय के लिए एक विशेष सेल का गठन किया है।
अयोध्या में दिख रहा है आपसी प्रेम- लेकिन वहीं खुफिया एजेंसी ने यह भी कहा है कि अयोध्या के जनमानस के बीच आपसी समन्वय बेहद अच्छा है और जनता के बीच आपस में एक-दूसरे के प्रति दिख रहे प्रेम से एक बात स्पष्ट है कि फैसला कुछ भी हो, आम जनमानस को कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है, जो कि सुरक्षा तंत्र को एक राहत देने वाली बात है। लेकिन फिर भी सतर्क रहने की बात कही गई है।