चीन में कोरोनावायरस के कहर से दुनिया भर में हड़कंप मच गया। चीन में ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BF-7 का कहर दिखाई दे रहा है। अस्पतालों के बाहर कोरोना मरीजों की कतार लगी हुई है। शवदाह गृहों में अंतिम संस्कार के लिए भी जगह नहीं है। संक्रामक रोग विशेषज्ञ इरिक फेजिल डिंग के अनुसार, चीन की 60 प्रतिशत आबाद अगले 90 दिनों में कोरोना की चपेट में आने वाली है।
दावा किया जा रहा है कि चीन में ओमिक्रॉन BF.7 सब-वैरिएंट की वजह से हालत बद से बदतर हो चुके हैं। यहां आर फैक्टर 16 पर पहुंच गया है। 1 मरीज 16 लोगों को संक्रमित कर रहा है। कोरोना काल में पहली बार किसी देश में आर फैक्टर इस स्तर पर पहुंचा है। इस वैरिएंट का खतरा भारत में भी हो सकता है।
एक तरफ कोरोना कहर ढा रहा है तो दूसरी ओर जीरो कोविड नीति के भारी विरोध के बाद चीनी सरकार ने सख्ती भी कम कर दी है। सख्त कोविड प्रोटोकॉल में कुछ हद तक ढिल दी गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, चीन में कोरोनावायरस से अब तक कुल 1 करोड़ 88 हजार 555 लोग संक्रमित हो चुके हैं। महामारी की वजह से 31 हजार 378 लोग मारे गए।
चीन की इस स्थिति को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट पर है। आज सुबह 11 बजे स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना को लेकर बड़ी बैठक बुलाई है। स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा है। राहुल से कहा गया है कि अगर कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं कर सकते तो यात्रा रद्द कर दें।
इस बीच कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा कि चीन में कोविड-19 की खतरनाक स्थिति को देखते हुए सरकार को चीन से आने-जाने वाली सभी उड़ानें जल्द से जल्द निलंबित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया में स्पाइक को देखते हुए और एक नए घातक वैरिएंट के उभरने की आशंका को देखते हुए भारत को COVID-19 प्रोटोकॉल को फिर से शुरू करने पर विचार करना चाहिए।
Edited by : Nrapendra Gupta