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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
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World yoga day: योगाभ्यास के 10 चमत्कारिक इफेक्ट

World yoga day: योगाभ्यास के 10 चमत्कारिक इफेक्ट

अनिरुद्ध जोशी

नियमित रूप से योगासन, प्राणायाम, ध्यान और योग क्रियाएं करते रहने से आपके जीवन पर 10 तरह के प्रभाव पड़ते हैं। आओ जानते हैं कौनसे हैं वे प्रभाव...
 
 
1. शरीर होता है स्वस्थ : यदि आप आहार संयम का पालन करते हुए योगाभ्यास और प्राणायाम करते रहते हैं तो आप हमेशा सेहतमंद बने रहेंगे। किसी भी प्रकार का गंभीर रोग नहीं होगा।
 
2. मन रहता है हमेशा प्रसन्न : योग करते रहने से मन हमेशा प्रसन्नचित्त रहता है। आप जीवन में किसी भी विपरीत परिस्थिति से हताश या निराश नहीं होंगे।
 
3. विचार हो जाते हैं परिष्कृत : योग करते रहने से मस्तिष्क में किसी भी प्रकार का द्वंद्व और विकार नहीं रहता है। सोच बहुत ही विस्तृत होकर परिष्कृत हो जाती है अर्थात साफ-सुथरी व स्पष्ट। ऐसे में व्यक्ति की बुद्धि बहुत तीक्ष्ण हो जाती है।
 
4. मिट जाते हैं मानसिक रोग : यदि किसी भी प्रकार का मानसिक रोग है तो वह मिट जाएगा, जैसे चिंता, घबराहट, बेचैनी, अवसाद, शोक, शंकालु प्रवृत्ति, नकारात्मकता, द्वंद्व या भ्रम आदि। एक स्वस्थ मस्तिष्क ही खुशहाल जीवन और उज्ज्वल भविष्य की रचना कर सकता है।
 
5. बढ़ती है कार्यशीलता : लगातार योग करते रहने से व्यक्ति में कार्यशीलता बढ़ जाती है और वह अपने जीवन के लक्ष्य जल्द से जल्द पूर्ण करने की ओर फोकस कर देता है।
 
6. बदल जाता है व्यक्तित्व : 2 तरह के लोग होते हैं- अंतर्मुखी और बहिर्मुखी। लेकिन योग करते रहने से व्यक्ति दोनों के बीच संतुलन स्थापित करना सीख जाता है। योगी व्यक्तित्व अलग ही होता है। भीड़ में उसकी अलग ही पहचान बनती है। वह सबसे अलग ही नजर आता है।
 
7. आती है अच्छी नींद : प्राणायाम द्वारा प्राणवायु शरीर के अणु-अणु तक पहुंच जाती है, जिससे अनावश्यक एवं हानिप्रद द्रव्य नष्ट होते हैं, विषांश निर्वासित होते हैं, जिससे सुखद नींद अपने समय पर अपने आप आने लगती है।
 
8. आदत से मिलती है मुक्ति : लगातार योग करते रहने से आपके जीवन में हर तरह की बुरी आदतों से आपको मुक्ति मिल जाती है। 
 
9. बढ़ती है आयु : लगातार योगासन, प्राणायाम और ध्यान करते रहने से व्यक्ति की आयु बढ़ जाती है।
 
10. इंद्रिया होती हैं शक्तिशाली : वक्त के साथ हमारी पांचों इंद्रियां कमजोर हो जाती हैं। जैसे आंखों की ज्योति कमजोर पड़ जाती है। सुनने की क्षमता भी कमजोर हो जाती है। वक्त के साथ कई तरह की कमजोरी आ जाती है, परंतु योग से मन और इंद्रियां मजबूत होकर कंट्रोल में रहती हैं।

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