अयोध्या। विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रीराम नगरी अयोध्या मे भव्य दीपोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। सरकार इस बार का दीप महोत्सव और वृहद स्तर पर मनाने की तैयारी कर रही हैं क्योंकि इस बार उत्सव को एक हफ्ते तक मनाया जाएगा।
इसमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन चरित्र से जुड़े सभी दृश्यों को झांकियो के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा, साथ ही विभिन्न प्रकार के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। इन सबकी तैयारी जोरों से चल रही है। इस बार दीप महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की पूरी संभावना है। अयोध्यावासियों में इसे लेकर काफी उत्साह है।
इसी सिलसिले में दशरथ महल बड़ा स्थान के महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य ने वेबदुनिया से अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की सभी अयोध्यावासियों को द्वीपोत्सव के प्रति बड़ी उत्सुकता रहती है कि कब दीपोत्सव का समय आए और सभी उसमें भाग लें। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम लंका पर विजय करके अयोध्या जब आए थे तो उस समय अयोध्या में दीपोत्सव मनाया गया था। अब जब योगी के द्वारा दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है तो लगता है कि त्रेता युग के भगवान श्रीराम के आगमन का समय हो गया है। बहुत सुंदर लगता है। उन्होंने कहा कि अयोध्यावासी मोदी व योगी को बहुत-बहुत साधुवाद देते हैं कि अयोध्या पर वे विशेष ध्यान दे रहे हैं।
पूर्वांचल के सबसे बड़े महाविद्यालय कामता प्रसाद सुंदरलाल स्नाकोत्तर महाविद्यालय, साकेत के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह ने वेबदुनिया से बात करते हुए कहा कि इस बार दीपोत्सव 3 नवम्बर से मनाया जा रहा है। इस बार यह एक हफ्ते तक मनाया जाएगा। उन्होंने कहा की इस वर्ष के दीपोत्सव पर हम बड़े ही सौभग्यशाली हैं कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी दुबारा हमारे कॉलेज में आ रहे हैं। इस दीपोत्सव से अयोध्या के साथ-साथ साकेत महाविद्यालय का नाम भी होगा।
अयोध्या राजकीय आईटीआई के प्राचार्य केके लाल ने वेबदुनिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम सभी बहुत भाग्यशाली हैं कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की नगरी के हैं, जो कि उनकी जन्मभूमि भी है। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव का बहुत महत्व है, किन्तु यह धूमिल पड गया था। प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी के कार्यभार संभालने के उपरांत से ही अयोध्या की काया ही बदल गई है।
अयोध्या जानकी महल बड़ा स्थान के महंत जनमेजय शरण ने भी वेबदुनिया से अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दीपावली महोत्सव अपने आप में ही खुशहाली का महोत्सव है। जन-जन को दीपोत्सव के माध्यम से पूरे विश्व को अयोध्या का शुभ संदेश जाता है और प्रकाश यानी ज्ञान मिलता है। ज्ञान का भाग्योदय होता है। सभी धर्मों के गुरुओं का स्थान अयोध्या है। अयोध्या में सभी धर्मों का मुख्यालय है, सबके नायक भगवान श्रीराम रहे हैं और रहेंगे।