Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की राष्ट्रपति से मांग, भगत सिंह, आजाद मिले भारत रत्न

अवनीश कुमार
मंगलवार, 5 जुलाई 2022 (09:54 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रहने वाले पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने अधिकार सेना की तरफ से राष्ट्रपति को एक पत्र लिखते हुए भगत सिंह, आजाद और बिस्मिल को भारत रत्न, अन्य क्रान्तिकारियों को पद्म विभूषण व अन्य पद्म पुरस्कारों देने की मांग की है।
 
उन्होंने कहा है कि देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले अदम्य साहसी क्रांतिकारियों को देश के सर्वोच्च पुरूस्कार भारत सरकार को देना चाहिए। उन्होंने इसी दौरान एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि भारत सरकार ने भारत रत्न व पद्म विभूषण पुरस्कार तमाम लोगों को दिए है। इनमें राजनीतिक कारणों से दिए जाने के भी आरोप लगते रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि कई लोगों को मरणोपरांत व बाहरी लोगों को भी पुरस्कार मिले हैं। लेकिन देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले किसी भी व्यक्ति को पुरस्कार नहीं दिए गए हैं। अधिकार सेना मांग करती है कि सरदार भगत सिंह,चंद्रशेखर आजाद और राम प्रसाद बिस्मिल को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए और राजगुरु, सुखदेव सहित अन्य लोगों को पद्म विभूषण पुरस्कार दिया जाए।
 
 
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश काडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को समय से पहले ही सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी थी। इसके बाद उन्होंने अधिकार सेना का गठन किया।

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

क्‍या अब लुटियंस दिल्‍ली में रहती हैं पूर्व पीएम शेख हसीना, बांग्‍लादेश में क्‍यों नहीं थम रहा बवाल?

पहले दोस्त से सुहागरात का वीडियो बनवाया, फिर करने लगा ब्लैकमेल

शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय को दिग्विजय सिंह की नसीहत

बाल संत अभिनव अरोड़ा से गुस्‍साए स्वामी रामभद्राचार्य, स्टेज से उतारा-कहा नीचे उतरो

शुक्रवार को फिर मिली 25 से ज्‍यादा विमानों को बम से उड़ाने की धमकी

सभी देखें

नवीनतम

क्या जर्मन कारोबारों के लिए चीन की जगह ले सकता है भारत?

इजराइल का ईरान पर पलटवार, IDF की ईरानी सैन्य ठिकानों पर एयर स्ट्राइक

चीन के साथ समझौते का क्या निकला नतीजा, उत्तरी सैन्य कमांडर ने दिया यह बयान

Burger King Murder Case में आरोपी लेडी डॉन अनु धनखड़ नेपाल सीमा से गिरफ्तार

अहमदाबाद में 48 अवैध बांग्लादेशी गिरफ्तार, वापस भेजा जाएगा स्वदेश

આગળનો લેખ
Show comments