मेरठ। उत्तरप्रदेश में योगी का बुलडोजर अतिक्रमण और अवैध निर्माण पर तेजी के साथ गरज रहा है। पूरे प्रदेश के अपराधियों में बाबा के बुलडोजर का खौफ साफ दिखाई दे रहा है। मेरठ में सोमवार को सरकारी जमीन को कब्जामुक्त करवाने गई नगर निगम टीम का मुस्लिम महिलाओं ने विरोध किया और बाबा के बुलडोजर को महिलाओं ने रोक दिया। बुलडोजर के आगे खड़ी होकर, बैठकर कार्रवाई में बाधा उत्पन्न की गई। इतने पर भी मन नहीं भरा तो महिलाओं ने टीम पर पथराव कर दिया।
मुस्लिम महिलाओं के बुलडोजर के आगे खड़े होकर विरोध करने की तस्वीरें थाना भावनपुर क्षेत्र के अब्दुल्लापुर की हैं। यहां सरकारी जमीन से कब्जा हटाने पहुंची नगर निगम की टीम का मुस्लिम महिलाओं ने जमकर विरोध किया और कर्मचारियों को खरी-खोटी सुनाते हुए ये महिलाएं बुलडोजर के शिकंजे को अपने कब्जे में लेकर खड़ी हो गईं। बुलडोजर जैसे ही अवैध निर्माण को ढहाने के लिए आगे बढ़ा तो इन महिलाओं ने टीम पर पत्थर बरसा दिए। विरोध के चलते हुए नगर निगम की टीम ने सरकारी जमीन पर बनी एक दीवार को बुलडोजर से गिरा दिया। पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहे। पुलिस के सामने ही विरोध नगर निगम की टीम को झेलना पड़ा।
अब्दुल्लापुर क्षेत्र की खसरा संख्या 1 में सरकारी भूमि, जिसका रकबा 1000 वर्ग मीटर है, पर अब्दुल गनी, अब्दुल हकीम तथा बाबू आदि लोगों ने पिछले 7-8 सालों से कब्जा किया हुआ है। सोमवार को नगर निगम टीम 1 जेसीबी, 2 ट्रैक्टर ट्रॉली निगम प्रवर्तन दल के साथ अब्दुल्लापुर पहुंची।
नगर निगम से प्रभारी अतिक्रमण डॉक्टर पुष्पराज गौतम तथा लेखपाल रुद्रेश की मौजूदगी में निगम टीम ने अतिक्रमण हटाना शुरू किया तो पहले ही पशुओं के बाड़े के अंदर सैकड़ों महिलाएं बैठी हुई थीं। एक दीवार के गिराते ही महिलाएं जेसीबी के सामने आकर बैठ गईं। महिला पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की लेकिन फिर भी महिलाएं नहीं हटीं। काफी देर बाद महिलाओं को हटाया गया। जैसे ही बुलडोजर ने दूसरी छोर की दीवार गिरानी शुरू की तो दीवार के पीछे से महिलाओं ने जेसीबी पर पथराव शुरू कर दिया।
नगर निगम को पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस न मिल पाने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कब्जाधारक महिलाओं के विरोध के चलते काफी देर तक ध्वस्तीकरण की कार्रवाई बीच में रोकनी पड़ी। हालांकि निगम की टीम महिलाओं के विरोध के बीच 3 तरफ की दीवार ही गिराकर लगभग 400 वर्गमीटर भूमि को खाली कराया है जबकि 600 वर्ग मीटर भूमि को 3 दिन के अंदर कब्जाधारी लोगों को खाली करने की चेतावनी दी गई। गनीमत रही कि विरोध के बीच अवैध अतिक्रमण को ढहाने और महिलाओं के टीम पर पथराव करने के दौरान कोई हताहत नहीं हुआ।