कृपाशंकर बिश्नोई (अर्जुन अवॉर्डी)
एथेंस। यहां के एनो लाइयोसिया ओलम्पिक हॉल में खेली जा रही विश्व कैडेट कुश्ती चैम्पियनशिप के चौथे दिन गुरुवार को भी भारत का शानदार प्रदर्शन जारी रहा। भारत ने एक स्वर्ण व एक कांस्य पदक पर कब्जा जमाया।
बेहतरीन कुश्ती कला का प्रदर्शन करते हुए भारत की महिला पहलवान सोनम ने सोने का तमगा जीता। 56 किलोग्राम भार वर्ग में भारतीय महिला पहलवान सोनम ने पहले दौर के मुकाबले में लिथुआनिया की विक्टोरिया अग्सुतायुस्कते को 7-0 से हराया।
दूसरे मुकाबले में हंगरी की एना हेला को 6-6 की बराबरी पर रोक कर जीत दर्ज की। इतना ही नहीं, सोनम ने प्री क्वार्टर फाइनल में मॉलडोव की इरिना रिनगकी को 9-6 से हराया। इतने भर से सोनम की जीत का सिलसिला नहीं थमा।
उन्होंने सेमीफाइनल में स्वीडन की इडा एमा डायना को 11-8 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में भी सोनम ने अपना दबदबा कायम रखते हुए जापान की सेना नागामोटो को 3-1 से मात देते हुए सोने पर कब्जा जमाया।
43 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की नीलम ने रोमानिया की रोक्साना एलेक्जेंडर को 6-4 से हराते हुए भारत की झोली में कांस्य पदक डाला। भारत की अंशु 60 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहीं। अंशु ने पिछले वर्ष जॉर्जिया में हुई कैडेट विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था। इस वर्ष फाइनल में पहुंचने के साथ ही उनके पदक का रंग बदलना तय है।
अंशु ने अपना पहला मुकाबला रोमानिया की अमिना रोक्साना कापेजान से खेला और मात्र 39 सेकंड में उन्हें चित कर मैच जीत लिया। दूसरे मुकाबले में उन्होंने रूस की अनास्तासिया पारोखिना को 6-2 से पराजित किया।
सेमीफाइनल के अहम मुकाबले में उन्होंने शानदार कुश्ती खेलते हुए हंगरी की एरिका बोगनार को 8-0 के बड़े अंतर से पछाड़ दिया। स्वर्ण पदक जीतने के लिए उन्हें शुक्रवार को फाइनल में जापान की नाओमी रुइके से भिड़ना होगा।
भारत की चार अन्य पहलवान सिमरन (40 किग्रा), मनीषा (46 किग्रा), मीनाक्षी (52 किग्रा) और करुणा (70 किग्रा) भी सेमीफाइनल में हारने के कारण कांस्य पदक की दौड़ में बनी हुई हैं। भारत की ही ममता मारुति हालांकि 38 किग्रा भार वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में मैक्सिको की जुलिता मार्टिनेज गोंजालेज से 10-0 से हार गई।