Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

गुरु हर गोविंद साहिब जी का प्रकाश पर्व, जानें उल्लेखनीय कार्य

WD Feature Desk
शनिवार, 22 जून 2024 (12:54 IST)
Highlights 
 
गुरु हर गोविंद सिंह कौन थे। 
गुरु हर गोविंद सिंह जी का जीवन दर्शन।  
गुरु हर गोविंद सिंह महाराज के कार्य जानें।  

ALSO READ: सिखों के छठे गुरु, गुरु हर गोविंद सिंह, जानें उनके बारे में
 
Guru Har Govind Singh Jee : हर साल सिख समुदाय में छठवे गुरु, गुरु हर गोविंद साहिब जी का प्रकाश पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। वे एक परोपकारी एवं क्रांतिकारी योद्धा के रूप में जाने जाते हैं। उनका जीवन दर्शन जन-साधारण के कल्याण से जुड़ा हुआ था। उन्होंने सिख पंथ को योद्धा चरित्र प्रदान किया था। उन्होंने अपने जीवनकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य किए। 
 
आइए उनकी जयंती पर जानिए उनके जीवन के खास कार्य : 
 
उल्लेखनीय कार्य : 
 
- श्री गुरु हर गोविंद सिंह युद्ध में शामिल होने वाले पहले गुरु थे। 
 
- गुरु हर गोविंद सिंह ने 'अकाल बुंगे' की स्थापना की। जो कि एक बड़ा भवन जिसके ऊपर गुंबज हो। 
 
- गुरु हर गोविंद सिंह ने अकाल तख्त का निर्माण किया था। 
 
- उन्होंने सिखों को युद्ध कलाएं सिखाने तथा सैन्य परीक्षण के लिए भी प्रेरित किया था। 
 
- मीरी पीरी तथा कीरतपुर साहिब की स्थापनाएं की थीं। 
 
- उन्होंने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के सम्मुख अकाल तख्त/ ईश्वर का सिंहासन का निर्माण किया। जिसमें होने वाली गुप्त गोष्ठिययों में जो निर्णय होते थे उन्हें 'गुरुमतां' यानि 'गुरु का आदेश' मानकर युद्ध सम्बन्धी कार्य किए जाते थे। 
 
- गुरु हर गोविंद जी ने मुगलों के अत्याचारों से पीड़ित अनुयायियों में इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास जगाया और मुगलों के विरोध में सेना संगठित करके अपने शहरों की किलेबंदी की थीं। 
 
- उन्होंने अमृतसर के निकट लौहगढ़ नामक एक किला भी बनवाया था।  
 
- गुरु हर गोविंद सिंह ने कीरतपुर, रोहिला की लड़ाई, हरगोविंदपुर, करतारपुर, गुरुसर तथा अमृतसर की लड़ाइयों में प्रमुखता से भागीदारी निभाई थी। 
 
हर गोविंद सिंह महाराज जी ने अमृतसर में अकाल तख्त (ईश्वर का सिंहासन, स्वर्ण मंदिर के सम्मुख) का निर्माण किया। इसी भवन में अकालियों की गुप्त गोष्ठियां होने लगीं। इनमें जो निर्णय होते थे उन्हें 'गुरुमतां' अर्थात् 'गुरु का आदेश' नाम दिया गया।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

सम्बंधित जानकारी

सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Weekly Horoscope: 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा सप्ताह, पढ़ें साप्ताहिक राशिफल (18 से 24 नवंबर)

Mokshada ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी कब है, क्या है श्रीकृष्‍ण पूजा का शुभ मुहूर्त?

Shani Margi: शनि का कुंभ राशि में मार्गी भ्रमण, 3 राशियां हो जाएं सतर्क

विवाह पंचमी कब है? क्या है इस दिन का महत्व और कथा

उत्पन्ना एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा?

सभी देखें

धर्म संसार

22 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

22 नवंबर 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

Prayagraj Mahakumbh : 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइटों से संवारा जा रहा महाकुंभ क्षेत्र

Kanya Rashi Varshik rashifal 2025 in hindi: कन्या राशि 2025 राशिफल: कैसा रहेगा नया साल, जानिए भविष्‍यफल और अचूक उपाय

विवाह में आ रही अड़चन, तो आज ही धारण करें ये शुभ रत्न, चट मंगनी पट ब्याह के बनेंगे योग

આગળનો લેખ
Show comments