Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

तृणमूल ने अलपन के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना

Webdunia
मंगलवार, 22 जून 2021 (22:32 IST)
कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह राज्य के पूर्व मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू कर पश्चिम बंगाल सरकार के कामकाज में बाधा डालने की कोशिश कर रही है।

ALSO READ: केंद्र ने शुरू की बड़ी दंडात्मक कार्रवाई, अलपन सेवानिवृत्ति लाभों से हो सकते हैं वंचित
 
तृणमूल ने यह भी आरोप लगाया कि तुनकमिजाजी नरेंद्र मोदी सरकार की राज्य नीति का हिस्सा बन गई है और मुख्यमंत्री के सलाहकार के रूप में काम कर रहे बंदोपाध्याय के खिलाफ कार्रवाई संघीय टकरावों में एक भड़काऊ अध्याय शुरू करने के समान है। हालांकि, भाजपा ने आरोपों को निराधार बताते हुए इससे इंकार किया और ममता बनर्जी नीत पार्टी पर नौकरशाही के राजनीतिकरण का आरोप लगाया। तृणमूल के वरिष्ठ सांसद और पार्टी प्रवक्ता सौगत राय ने कहा कि भाजपा ने अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार के कामकाज को बाधित करने का सहारा लिया है। प्रधानमंत्री डीओपीटी के प्रमुख हैं। यह व्यक्तिगत रोष के अलावा कुछ नहीं है।

ALSO READ: अलपन बंदोपाध्याय के खिलाफ केंद्र का एक्शन, रोकी जा सकती है पेंशन या ग्रेच्युटी
 
तृणमूल की टिप्पणी के एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने कथित कदाचार और दुर्व्यवहार को लेकर अलपन बंदोपाध्याय के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही शुरू की है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय (डीओपीटी) ने आरोपों का उल्लेख करते हुए बंदोपाध्याय से भेजे गए 'ज्ञापन' का 30 दिनों के अंदर जवाब भेजने को कहा है। कुछ दिन पहले बंदोपाध्याय की मां के निधन होने का जिक्र करते हुए राय ने दावा किया कि केंद्र सरकार हृदयहीन भी है।
 
उन्होंने कहा कि वे (केंद्र) अलपन को उन लाभों से वंचित करना चाहते हैं जिनके वह सेवानिवृत्ति के बाद हकदार थे। बंगाल में (चुनाव में) हार के बाद, भाजपा राज्य सरकार के कामकाज में अनावश्यक गड़बड़ी पैदा करने की कोशिश कर रही है।
 
पश्चिम बंगाल भाजपा ने तृणमूल के आरोपों से इंकार किया और दावा किया कि सत्ताधारी पार्टी ने नौकरशाही का राजनीतिकरण किया है। राज्य भाजपा प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि हम व्यक्तिगत रूप से अलपन बंदोपाध्याय या किसी के खिलाफ नहीं है। वह एक अखिल भारतीय कैडर अधिकारी थे और यह मामला उनके और केंद्र सरकार के बीच है। तृणमूल ने पुलिस और नौकरशाही का राजनीतिकरण किया है और अपने राजनीतिक हितों के लिए उनका इस्तेमाल कर रही है।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

महाराष्ट्र चुनाव : NCP शरद की पहली लिस्ट जारी, अजित पवार के खिलाफ बारामती से भतीजे को टिकट

कबाड़ से केंद्र सरकार बनी मालामाल, 12 लाख फाइलों को बेच कमाए 100 करोड़ रुपए

Yuvraj Singh की कैंसर से जुड़ी संस्था के पोस्टर पर क्यों शुरू हुआ बवाल, संतरा कहे जाने पर छिड़ा विवाद

उमर अब्दुल्ला ने PM मोदी और गृहमंत्री शाह से की मुलाकात, जानिए किन मुद्दों पर हुई चर्चा...

सिख दंगों के आरोपियों को बरी करने के फैसले को चुनौती, HC ने कहा बहुत देर हो गई, अब इजाजत नहीं

सभी देखें

नवीनतम

लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर NIA का शिकंजा, अनमोल पर रखा 20 लाख का इनाम

cyclone dana live : CM मोहन माझी बोले, शून्य मानवीय क्षति का मिशन सफल

cyclone dana से जनजीवन प्रभावित, 500 से ज्यादा ट्रेनों और 300 उड़ानों पर पड़ा असर

जर्मनी का आधा मंत्रिमंडल इस समय भारत में

weather update : चक्रवात दाना का कहर, 3 राज्यों में भारी बारिश

આગળનો લેખ
Show comments