पटना। बिहार के कई जिलों में हाल के दिनों में हुई भारी बारिश से लोगों का हाल बेहाल है। फिलहाल बारिश थमी हुई है लेकिन सड़कों पर जमा पानी बदबू मारने लगा है और इससे बिमारियों का खतरा बढ़ गया है। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राज्य में आई बाढ़ को लेकर सवाल किया गया तो वे भड़क गए। उन्होंने सवाल किया कि क्या पटना के कुछ हिस्सों में पानी ही एकमात्र समस्या है?
नीतीश कुमार ने कहा कि पटना के लोगों को राहत पहुंचाने का हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार और प्रशासन के काम को ईमानदारी से देखना चाहिए। लोगों को राहत पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। यह सब प्रकृति के कारण हुआ है। पानी निकालने का पूरा उपाय हो रहा है।
उन्होंने कहा कि आज जलजमाव पर सवाल करने वालों से हम पूछना चाहते हैं कि मुंबई में पानी आया तो उसके बारे में क्या विचार है? हम पूछ रहे हैं कि देश के कितने हिस्सों में पानी आया? और दुनिया के कितने हिस्सों में पानी आया? सिर्फ पटना के कुछ मुहल्लों में पानी आया, क्या वहीं है समस्या? अमेरिका में क्या हुआ? क्या मतलब है इन सबका?
उन्होंने मीडिया पर तंज कसते हुए कहा कि आप लोग तो जन-जागरण के लिए काम नहीं करिएगा। जन-जागृति का भी काम करना चाहिए। लेकिन आप लोगों को इसकी कोई जरूरत नहीं है। आपको एबीसी का भी ज्ञान नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरा इंतजाम हो रहा है। इसके ड्रेनेज के लिए भी काम हो रहा है। पंपिंग के लिए बाहर से पंप मंगाया गया है। बड़े पैमाने पर इसका डिस्चार्ज होगा।
उल्लेखनीय है कि भारी बारिश से गंगा, सोन, पुनपुन, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला-बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी के जलस्तर में वृद्धि से पटना, भोजपुर, भागलपुर, नवादा, नालंदा, खगड़िया, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, बक्सर, कटिहार, जहानाबाद, अरवल और दरभंगा जिले में आई बाढ़ से कुल 786 गांव की 17,09,667 आबादी प्रभावित हुई है। भारी बारिश और बाढ़ की वजह से राज्य के 15 जिलों अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि नौ लोगों की स्थिति गंभीर है।