तिरुचिरापल्ली। मक्कल निधि मय्यम के अध्यक्ष कमल हासन ने बुधवार को आरोप लगाया कि तमिलनाडु सरकार कावेरी मुद्दे पर राज्य के अधिकारों को बरकरार रखने के बजाय केंद्र की चापलूस बन रही है। हासन ने यहां कहा कि कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) तुरंत गठित करने के लिए केंद्र से अनुरोध करने के वास्ते अन्नाद्रमुक द्वारा मंगलवार को किया गया 1 दिन का अनशन स्वांग था।
बाद में एक बयान में उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार केंद्र की चापलूसी कर रही है। उन्होंने बयान में कहा कि हालांकि सीएमबी का गठन करना केंद्र की जिम्मेदारी है लेकिन राज्य सरकार समयसीमा के बाद अवमानना याचिका दाखिल कर या 1 दिन के अनशन का स्वांग कर यह भ्रम नहीं पैदा कर सकती कि उसने उन लोगों के प्रति अपना कर्तव्य पूरा किया है जिसने उसे चुना था।
उन्होंने कहा कि यह तमिलनाडु सरकार राज्य के अधिकारों को बुलंद करने के बजाय केंद्र की चापलूस सरकार की तरह काम कर रही है। हासन ने कहा कि 2016 में जब उच्चतम न्यायालय चाहता था कि केंद्र सीएमबी का गठन करें तो सरकार ने इसमें देरी करने के लिए कमजोर बहाने बनाए।
उन्होंने कहा कि यही काम अब फिर से किया जा रहा है। गौरतलब है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को चेन्नई में एकदिवसीय अनशन किया। उन्होंने उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए सीएमबी का गठन न करने के लिए केंद्र की निंदा की। (भाषा)