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फैजाबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे पूर्व नौकरशाह विजयशंकर पांडेय

फैजाबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे पूर्व नौकरशाह विजयशंकर पांडेय

अरविन्द शुक्ला

लखनऊ , शनिवार, 12 जनवरी 2019 (19:48 IST)
लखनऊ। वर्तमान में देश की राजनैतिक पार्टियों पर दृष्टि डालें तो पाएंगे कि सभी पार्टियों का नेतृत्व भ्रष्टाचार में अधिकांशतः लिप्त है। निःसंकोच यह कहा जा रहा है कि सभी पार्टियों की सरकारें देश में व्याप्त गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण, अपराधीकरण, रिश्वतखोरी, बेईमानी, मूलभूत आवश्यकता रोटी, कपड़ा, मकान, पेयजल, सड़क आदि कमियों को दूर कर पाने में पूर्णतः विफल रही हैं। समय आ गया है कि सही सोच वाले, ईमानदार, कर्मठ, अनुभवी लोग अपना व्यक्तिगत सुख छोड़कर देश की राजनीति को साफ करने तथा आम जनता को सुखमय जीवन देने के लिए राजनीति में आएं।
 
यह कहना है लोक गठबंधन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व सचिव भारत सरकार, पूर्व आईएएस विजय शंकर पांडेय का, जो अपनी ही नवगठित पार्टी से फैजाबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ेगें। पांडेय का कहना है कि पिछले दस वर्षों से भारत पुनरोत्थान अभियान के मंच से समाज की सेवा करने के पश्चात अब हमें ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस प्रदेश का पुनरोत्थान बिना राजनैतिक हस्तक्षेप के सम्भव नहीं है। इसलिए वे प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार भी चुनाव के मैदान में उतारेंगे।
 
अपने संगठन के ही द्वारा कोर्ट में किए गए प्रयासों से अध्यक्ष, लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश अनिल यादव को हटाया गया और पुलिस भर्ती के परिणामों पर रोक लगाई गई, नोएडा प्लॉट आवंटन घोटाले में अभियुक्त एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी जेल में हैं। ऐसे कारनामों के लिए चर्चित प्रदेश के अपर कैबिनेट सेक्रेटरी रह चुके विजय शंकर ने कहा कि इसीलिए लोक गठबंधन पार्टी इस संकल्प के साथ आ रही है कि प्रदेश को पूर्णतया भ्रष्टाचार रहित सुशासन देते हुए विकास को सही पटरी पर चला सके। यह पार्टी कानून व्यवस्था और अपराध से प्रतिदिन परेशान होने वाली जनता को भयविहीन एवं अपराधमुक्त वातावरण दे सकें इसके लिए दृढ़संकल्प लेकर आपके सामने उपस्थित हैं। 
 
पांडेय ने कहा कि हम जो राजनैतिक विकल्प आपके सामने रख रहे हैं वह देश के संविधान में अटटू विश्वास रखता है तथा धर्मनिरपेक्षता के रास्ते को ही एकमात्र रास्ता मानता है जिस पर चलकर सभी वर्गों, जातियों, सम्प्रदायों को लोगों का समन्वित एवं एकीकृत विकास किया जा सकता है।
 
उन्होंने कहा कि अब जब प्रदेश में एक बार फिर से चुनाव की सुगबुहाट शुरू हुई है, ये विध्वंसकारी राजनैतिक ताकतों ने फिर से साम-दाम-दंड-भेद के जरिए गरीब जनता को गुमराह कर सत्ता पर काबिज होने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने की जगह पर सिर्फ जातिगत और धर्म आधारित राजनीति की चर्चा है। यह एक खतरनाक स्थिति है जिसका जड़ से समाप्त होना प्रदेश और जनता के हित में अति आवश्यक है।
 
विजय शंकर ने कहा कि हम प्रदेश में नए नहीं हैं, हमने लगभग पिछले 10 वर्षों से भारत पुनरोत्थान अभियान के साथ और अब लोक गठबंधन पार्टी से जुड़कर प्रदेश के दूरस्थ अंचलों में विस्तृत प्रयास, गरीब जनता को संगठित करने, उनकी समस्याओं को दूर करने, उनमें भाईचारा पैदा करने तथा उनमें नैतिकता बनाए रखने को किए हैं। 
 
भारत पुनरोत्थान अभियान ने प्रदेश के 75 जिलों में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी इकाइयों को मजबूत किया है और यही इकाइयां पिछले 10 सालों में उसकी सफलता का राज है। संगठन में विजयशंकर पांडेय (पूर्व सचिव, भारत सरकार) के  अलावा प्रोफेसर डॉ. हरीश चन्द्र पांडे (वाइस चांसलर एमिरेट्स), डॉ. हरि गौतम (पूर्व अध्यक्ष यूजीसी), प्रोफेसर एसके दुबे (पूर्व निदेशक, आईआईटी खड़गपुर), एसएन सिंह (पूर्व आईपीएस एवं पूर्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक), एम. हसन (वरिष्ठ पत्रकार), श्रीमती विद्या रावत (शिक्षाविद), डॉ. राजरानी कंसल रावत (पूर्व महानिदेशक स्वास्थ्य), वीबी सिंह (पूर्व निदेशक कोषागार, लखनऊ), राजेन्द्र द्विवेदी (वरिष्ठ पत्रकार) टीम में शामिल हैं।
 
इनको पिछले 10 वर्षों के दौरान धरातल पर काम करने के बाद इस बात का स्पष्ट तथा विस्तृत अनुभव हुआ कि प्रदेश की स्थिति को सुधारने के लिए सिर्फ भारत पुनरोत्थान अभियान जैसे मंच पर्याप्त नहीं हैं बल्कि सम्पूर्ण समाज के उत्थान के लिए तथा मौजूदा विध्वंसकारी राजनैतिक ताकतों को खत्म करने के लिए समस्त जनता को साथ लेकर एक सशक्त ईमानदार राजनैतिक विकल्प की भी आवश्यकता है। लोक गठबंधन पार्टी इसी विचारधारा की उपज है। 
 
पांडेय ने कहा कि हमारे देश में विगत 60 वर्षों की लोकतांत्रिक व्यवस्था के दौरान राजनीति के क्षेत्र में तमाम प्रयोग किए गए। स्वतंत्रता के पश्चात देश का शासन चलाने के लिए कांग्रेस पार्टी ही विकल्प के रूप में थी, जिसके द्वारा देश के स्वतंत्रता आंदोलन में महती भूमिका निभाई गई थी। आगे आने वाले वर्षों में कई अन्य दल राष्टीय स्तर पर तथा विभिन्न राज्यों में विकल्प देने के उद्देश्य से कई दलों का जन्म हुआ। प्रदेशों के स्तर पर क्षेत्रीय दलों को शासन चलाने का अवसर भी मिला। कई राज्यों में तो दशकों से क्षेत्रीय दलों की सरकारें रही हैं। प्रश्न यह उठता है कि राष्ट्रीय दलों के रूप में या क्षेत्रीय दलों के रूप में जो विकल्प हमारे सामने आए उन्होंने जन आकांक्षाओं को पूरा करने तथा राष्ट्र को मजबूत, समृद्ध, सशक्त बनाने तथा सभी वर्गों, लोगों का विकास कर पाने में कितनी सफलता प्राप्त की। हमारे सामने आज यही प्रश्न सबसे मुख्य है कि क्या कोई राजनैतिक दल राष्ट्र एवं जनता की आकांक्षाओं पर खरा उतरा या नहीं?
 
हम चाहें या न चाहें व्यवस्था में ऊपर बैठे लोगों को कानून के अनुसार दंडित कराने की क्षमता अब इस व्यवस्था में नहीं रह गई है क्योंकि भ्रष्टाचार में वर्षों से लिप्त रहते इन उच्च पदों पर आसीन अथवा पूर्व में आसीन लोगों ने इतनी धन-सम्पदा, बाहुबल इकट्ठा कर लिया है कि ऐसे तत्वों के विरुद्ध बड़े से बड़े न्यायालयों में भी कानूनी लड़ाई लड़ना टेढ़ी खीर बन गया है। हालात यहां तक बिगड़ गए हैं कि रिश्वतखोरी के अपराध में एक राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री को सजा दिलाने में व्यवस्था को 22 वर्ष लग गए। उत्तर प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के खिलाफ तो माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद तथा सीबीआई द्वारा तमाम सबूत इकट्ठा करने के बाद भी आज तक भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमा दर्ज होने की नौबत नहीं आ सकी।
 
उन्होंने कहा कि पिछले 3 दशकों के राजनैतिक एवं सामाजिक अनुभवों से यह भी जगजाहिर हो चुका है कि प्रदेश की राजनैतिक बागडोर अक्षम, अकुशल, अकर्मण्य एवं इस कारण भ्रष्ट राजनैतिक नेतृत्व के हाथों में रही है। क्या आप अब भी किसी नौसिखिए ड्राइवर से गाड़ी चलवाना चाहेंगे, अकुशल डॉक्टर से ऑपरेशन करवाना चाहेगें, चोर के हाथों में अपनी तिजोरी की चाभी देना चाहेंगे। बेईमान चौकीदार को अपने घर का रखवाला बनाना चाहेंगे? यदि नहीं तो प्रदेश में प्रथम बार राष्ट्रीय स्तर के जाने माने पूर्व लोकसेवकों, न्यायविदों, वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों एवं मीडिया प्रतिनिधियों के ईमानदार, कुशल और पारदर्शी नेतृत्व में लोक गठबंधन पार्टी आपकी सेवा के लिए हाजिर है।  
 

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