नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नोटबंदी के ऐलान के बाद देशभर में कई लोगों की मौत बैंकों की लाइनों में लगकर हो चुकी है लेकिन आज भारतीय रिजर्व बैंक के सामने एक ऐसा नजारा सामने आया, जिसने पूरे देश का सिर झुका दिया। वहां खड़े लोगों के मुंह से यही निकला...उफ! ये भी कैसी मजबूरी...भगवान किसी को ऐसे बुरे दिन नहीं दिखाए...
बुधवार के दिन बड़ी आस लेकर अपने कुछ पुराने नोट बदलवाने में सफल नहीं होने पर एक गरीब और हताश महिला ने आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय के सामने अपने कपड़े उतार कर विरोध जताया।
महिला के साथ उसका बच्चा भी था और वह पुराने नोट बदलने का बार-बार अनुरोध कर रही थी लेकिन इमारत के बाहर खड़े गार्ड ने जब उसे लौटा दिया तो उसकी आंखों में आंसू आ गए। वह इसके विरोध में आरबीआई के प्रवेश द्वार के सामने धरने पर बैठ गई।
जब सुरक्षा गार्डों ने उसे जबरन प्रवेश द्वार से हटाने की कोशिश की तो गुस्से में उसने अपने कपड़े उतार दिए, जिससे आसपास के लोग और सुरक्षा कर्मी हक्का-बक्का रह गए।
बाद में आरबीआई के गार्डों ने पुलिस को सूचना दी और महिला को उसके बच्चे के साथ थाने ले जाया गया और इस तरह से हाईप्रोफाइल इमारत पर यह नाटक खत्म हुआ। आरबीआई का यह कार्यालय संसद भवन से चंद कदमों की दूरी पर है।
नोट बदलवाने आए कुछ सेवानिवृत्त बुजुर्ग व्यक्तियों सहित अन्य लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को अपने संबोधन में वायदा किया था कि पुराने नोटों को 31 मार्च तक आरबीआई के चुनिंदा दफ्तरों में बदलवाया जा सकता है, लिहाजा सरकार को इससे पीछे नहीं हटना चाहिए। यदि आज उस महिला का काम हो जाता तो उसे सरेआम लज्जित नहीं होना पड़ता। (वेबदुनिया/भाषा)