पटना। सीबीआई की एक अदालत के करोड़ों रुपए के चारा घोटाला से जुड़े चाईबासा मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद को बुधवार को पांच साल कारावास की सजा सुनाए जाने पर उनके छोटे पुत्र और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज कहा कि निचली अदालत के फैसले का अध्ययन कर वे उच्च न्यायलय में अपील करेंगे।
पटना में आज तेजस्वी ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद को भाजपा और नीतीश कुमार ने मुकदमे में फंसाया, जबरदस्ती उनका नाम घसीटा गया है। लालू को चारा घोटाला के इस मामले में अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद तेजस्वी ने कहा था कि इस बारे में अदालत का जो फैसला आएगा, वह हमें स्वीकार होगा।
सीबीआई की विशेष अदालत का फैसला आने के बाद तेजस्वी ने कहा कि जो फैसला आया है, वह निचली अदालत का आया है, जिसका अध्ययन कर हम उच्च न्यायलय में अपील करेंगे। तेजस्वी ने कहा कि बिहार के जनता के बीच इस बात को लेकर भारी आक्रोश है कि जिसको उन्होंने वोट दिया वह कारागार में है और जिसको वोट नहीं दिया (भाजपा) वह 'चोर दरवाजे' से सरकार में बैठे हुए हैं।
बिहार के भागलपुर जिला में हुए सृजन घोटाला का जिक्र करते हुए तेजस्वी ने कहा कि स्वयंसेवी संस्था नीतीशजी के कार्यकाल में अधिक से अधिक फले-बढ़े हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार और केंद्र में सत्तासीन भाजपा लोकसभा का चुनाव इस वर्ष दिसंबर के ही अंत में कराने की कोशिश में लगे हुए हैं और इसको लेकर भाजपा लगातार लालू को निशाना बना रही है। (भाषा)