नई दिल्ली। NRC को लेकर जहां पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। शाहीनबाग से लेकर जामिया तक धरना-प्रदर्शन जारी हैं। वहीं, एक महिला अधिकारी असम की एनआरसी (nrcassam.nic.in) वेबसाइट का पासवर्ड ही लेकर गायब हो गई। इस वेबसाइट में करोड़ों लोगों का डाटा है। बताया जा रहा है कि डाटा से छेड़छाड़ भी की गई है।
एनआरसी के असम संयोजक हितेश देव शर्मा ने बताया कि शासकीय गोपनीयता अधिनियम के तहत एनआरसी की पूर्व प्रोजेक्ट अधिकारी के खिलाफ पलटन बाजार थाने में FIR दर्ज कराई गई है।
दरअसल, इस महिला अधिकारी ने कई बार याद दिलाने के बाद भी दस्तावेजों का पासवर्ड नहीं दिया था। अनुबंध पर कार्यरत इस महिला अधिकारी ने 11 नवंबर को इस्तीफा दे दिया था।
शर्मा के मुताबिक बड़े पैमाने पर डेटा के लिए क्लाउड सेवा आईटी कंपनी विप्रो ने मुहैया कराई थी और उनका अनुबंध पिछले साल 19 अक्टूबर तक का था। एक बार जब विप्रो डेटा को ऑनलाइन कर देगी तो यह जनता के लिए फिर से उपलब्ध हो जाएगा।
गौरतलब है कि एनआरसी की अंतिम सूची 31 अगस्त 2019 को प्रकाशित होने के बाद असली भारतीय नागरिकों को शामिल किए जाने तथा बाहर किए गए लोगों की पूरी जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड की गई थी।
प्रतीक हजेला पर भी केस : इस मामले में NRC के पूर्व प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर प्रतीक हेजला के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। हजेला ने आधिकारिक ई-मेल आईडी का पासवर्ड साझा नहीं किया था। असम सरकार की ओर से जारी FIR के मुताबिक प्रतीक ने एनआरसी की फाइनल लिस्ट के साथ छेड़छाड़ की है। इस प्रक्रिया के दौरान सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन भी नहीं किया गया।