नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी अगले महीने से भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने वाली है। कन्याकुमारी से कश्मीर तक होने वाली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर 2022 से शुरू होगी। 3500 किलोमीटर की यह यात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरेगी। 5 महीने की इस पदयात्रा को राहुल गांधी के लिए गेमचेंजर बताया जा रहा है।
भारत जोड़ो यात्रा को और मजबूती देने के लिए राहुल गांधी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। वे सामाजिक कार्यकर्ताओं को अपने साथ जोड़ रहे हैं। उन्होंने इस यात्रा के लिए अन्ना हजारे आंदोलन के सूत्रधार रहे योगेंद्र यादव से भी हाथ मिला लिया है।
क्या है भारत जोड़ों यात्रा का मकसद : राहुल गांधी ने यात्रा को लेकर हुई सामाजिक संगठनों की बैठक में कहा कि यह देश को जोड़ने की लंबी लड़ाई है और मैं इस लड़ाई के लिए तैयार हूं। भारत की राजनीति का ध्रुवीकरण हो गया है। हम अपनी यात्रा में लोगों को बताएंगे कि कैसे एक तरफ RSS की विचारधारा है और दूसरी तरफ हम लोगों की सबको साथ लेकर चलने की विचारधारा है। हम इस विश्वास को लेकर यात्रा शुरू कर रहे हैं कि भारत के लोग तोड़ने की नहीं, बल्कि जोड़ने की राजनीति चाहते हैं।
क्यों महत्वपूर्ण से कांग्रेस के लिए यह यात्रा : कांग्रेस इन दिनों संघर्ष के दौर से गुजर रही है। कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा समेत कई दिग्गज पार्टी से किनारा कर रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में ज्योतिरादित्य सिंधिया, नवीन जिंदल समेत कई युवा नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि राहुल और कांग्रेस दोनों के भविष्य के लिए यह यात्रा बेहद अहम है। ऐसे में पार्टी इसमें पूरी ताकत झोंकने जा रही है।
मिला इन दिग्गजों का साथ : सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव, अरुणा राय, मेधा पाटेकर, सैयदा हमीद, पीवी राजगोपाल, बेजवाड़ा विल्सन, देवनूरा महादेवा, जीएन देवी ने भारत जोड़ों यात्रा का समर्थन किया है। इन लोगों ने अन्ना आंदोलन को ताकत दी थी।