मोदी सरकार के एक मंत्री ने एक सनसनखेज बयान देते हुए किसानों को भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या से प्रेरणा लेने की सलाह दे दी।
खबरों के मुताबिक, शुक्रवार को केंद्र सरकार में जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल उरांव एक कार्यक्रम में आदिवासियों को संबोधित कर उन्हें उद्यमिता के प्रति प्रोत्साहित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने आदिवासियों को प्रेरित करने के लिए देश के भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या से प्रेरित होने की सलाह दी। उन्होंने जनजातीय लोगों से कहा कि सिर्फ हार्ड वर्कर मत बनो, स्मार्ट वर्कर बनो।
मंत्री उरांव ने भारतीय बैंकों के हजारों करोड़ रुपए लेकर भागे शराब कारोबारी विजय माल्या का उदाहरण पेश करते हुए कहा कि माल्या ने गलत कामों में फंसने से पहले अपने बिजनेस को सफल बनाया था। उसकी उस सफलता से हमें प्रेरित होना चाहिए। उरांव हैदराबाद में आयोजित पहली 'राष्ट्रीय जनजातीय उद्यमी सम्मेलन' को संबोधित कर रहे थे।
इतना ही नहीं उरांव ने आगे कहा, आप विजय माल्या को गाली देते हैं, लेकिन कौन है विजय माल्या? वह एक कुशल (स्मार्ट) व्यक्ति है। उसने कुछ बुद्धिमान लोगों को काम पर रखा और फिर बैंकों, राजनीतिज्ञों, सरकार... को अपने प्रभाव में लिया। ऐसा करने (स्मार्ट बनने से) से आपको कौन रोकता है? आदिवासियों से किसने कहा है कि सिस्टम पर अपना प्रभाव मत दिखाओ। आपको किसने रोका है कि आप बैंकों को प्रभावित मत करो।
उरांव ने कहा, हमें उद्यमी बनना चाहिए, हमें इंटेलिजेंट बनना चाहिए। हमें स्मार्ट बनना चाहिए। हमें जानकारियां प्राप्त करनी चाहिए। जानकारी ही ताकत है। जिसके पास सही जानकारी है, उसी के पास ताकत है। बाद में इस मामले में उरांव ने अपनी गलती मानते हुए कहा कि मैंने दुर्घटनावश विजय माल्या का नाम लिया, मुझे किसी ओर का नाम लेना था। यह मेरी गलती थी।