Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

राम मंदिर पर श्री श्री को नेतृत्व का अधिकार नहीं

राम मंदिर पर श्री श्री को नेतृत्व का अधिकार नहीं
इलाहाबाद , मंगलवार, 13 मार्च 2018 (14:14 IST)
इलाहाबाद। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने मंगलवार को कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर को अयोध्या में रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण की अगुवाई करने का नैतिक अधिकार नहीं है।
 
अध्यक्ष ने रविशंकर द्वारा अयोध्या में विवादित रामजन्मभूमि मंदिर का नेतृत्व करने की निर्मोही अखाडा द्वारा दी गई अनुमति का खंडन करते हुए कहा कि रविशंकर किसी अखाड़े से संबंधित नहीं हैं और न ही उन्हें किसी अखाड़े ने मंदिर मसले पर नेतृत्व करने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि उनका किसी भी अखाड़े से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में विवादित रामजन्मभूमि मंदिर का नेतृत्व करने के लिए इससे जुडे साधु-महात्मा हैं।
 
उन्होंने कहा कि यदि रविशंकर को निर्मोही अखाड़े ने अयोध्या में विवादित राममंदिर का नेतृत्व करने की अनुमति दी है तो सामने आकर बताएं, अन्यथा उन्हें इस मसले से अपने को दूर रखना चाहिए। मामला न्यायालय में चल रहा है और हमें न्यायालय पर विश्वास है। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला 2019 को लेकर सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों की 16 मार्च को कीड़गंज में बैठक होगी।
 
गिरी ने कहा कि कुंभ भारतीय संस्कृति की पहचान है। देश-विदेश से करोड़ों लोग कुंभ में बिना आमंत्रण के शामिल होते हैं। विदेशी भी भारतीय संस्कृति के कायल हैं। विदेशी सैलानी यहां विभिन्न प्रकार की संस्कृति, भाषाओं और विविधताओं का भी साक्षी बनते हैं।
 
गौरतलब है कि आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने पिछले दिनों बरेली में अयोध्या में रामजन्मभूमि विवाद मसले पर कहा था कि गंगा जमुनी तहजीब बरकरार रखने के लिए दोनो पक्षों को न्यायालय से बाहर आकर मामले का समाधान निकालना चाहिए। इससे दोनों पक्षों की जीत होगी और दोनों पक्ष जश्न मना सकेंगे। इससे गंगा जमुनी तहजीब भी बनी रहेगी। (वार्ता)

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

गाजियाबाद में जहरीली शराब पीने से 3 मरे