जम्मू। आतंकी हमले में 1 पुलिसकर्मी की मौत हो गई है जबकि सुरक्षाबलों ने लश्करे तौयबा के 5 समर्थकों को हिरासत में लेकर उनके कई ठिकानों का भंडाफोड़ किया है।
कुलगाम के फिसल यारीपोरा इलाके में संदिग्ध आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों के संयुक्त नाके पर अचानक से हमला कर दिया।
इस हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस का हेड कांस्टेबल मोहम्मद अमीन गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल पुलिसकर्मी को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है, जहां इलाज के दौरान उसने जख्मों का ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया, वहीं संदिग्ध आतंकवादियों की तलाश के लिए सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया हुआ है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह हमला शाम साढ़े पांच बजे के करीब हुआ। फिसल यारीपोरा कुलगाम में कुछ संदिग्ध आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों के संयुक्त नाके को निशाना बनाते हुए अचानक से हमला बोल दिया।
पहले तो आतंकवादियों ने नाका पार्टी पर ग्रेनेड दागा, फिर गोलियां बरसाते हुए वहां से फरार हो गए। इस दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस का हेड कांस्टेबल मोहम्मद अमीन गंभीर रूप से घायल हो गया। साथियों की मदद से घायल पुलिस जवान को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, परंतु जख्मों का ताव न सहते हुए उसने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। शहीद हेड कांस्टेबल पुलवामा का रहने वाला है।
इससे पहले बडगाम में सुरक्षाबलों को आतंकियों के मददगारों के छिपे होने की सूचना मिली। आनन-फानन में जवानों की संयुक्त टीम ने इन्हें पकड़ने के लिए ऑपरेशन शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान लश्कर के पांच मददगार पकड़े गए। इस ऑपरेशन को बडगाम पुलिस, 53 आरआर और सीआरपीएफ की 153वीं बटालियन ने अंजाम दिया।
इस ऑपरेशन में आतंकियों का एक शीर्ष मददगार जहूर वानी भी गिरफ्तार किया गया है। उसके खुलासे पर एक और आतंकी ठिकाने का भी पता चला है। इसका इस्तेमाल आतंकवादियों ने शरण लेने के लिए किया था। ठिकाने से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।
सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाने को ध्वस्त कर दिया है। साथ ही पूछताछ के दौरान यह पता चला है कि पकड़े गए लश्कर के मददगार आतंकियों को खाद्य सामग्री व रहने का स्थान मुहैया कराते थे और साथ ही ये आतंकियों के लिए रेकी भी करते थे।