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मोदी ने की नदियों को जोड़ने की हिमायत

मोदी ने की नदियों को जोड़ने की हिमायत
नई दिल्ली , शनिवार, 31 मार्च 2018 (08:52 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश भर की नदियों को आपस में जोड़ने का समर्थन किया और कहा कि इस कदम से अधिक जल वाले क्षेत्रों तथा जल की कमी से जूझने वाले क्षेत्रों के बीच असंतुलन को समाप्त करने में सहायता मिल सकती है।
 
मोदी ने स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन के दौरान एक छात्र के प्रश्न के उत्तर में कहा कि दुनिया की 17 प्रतिशत आबादी भारत में है जबकि देश के पास जल का केवल चार प्रतिशत है।
 
उन्होंने कहा कि हमारी आबादी के लिहाज से पानी सीमित है.... कुछ ऐसे छेत्र हैं जहां बाढ़ आती है। कई जगह नदियां सूखी पड़ी हैं। अगर इन्हें आपस में जोड़ दिया जाए तो तो समस्या हल हो सकती है। उन्होंने कहा कि नदियों को जोड़ना सरकार की परिकल्पना है और एक दिन यह हकीकत बनेगी।
 
इससे पहले उन्होंने अलग अलग जगहों से जुड़े एक लाख प्रतिभागियों को वीडियो कान्र्फेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा किसी के भी पास दुनियाभर का ज्ञान नहीं होता।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सरकार पर भी लागू होता है.. सरकारें यह सोच कर सबसे बड़ी गलती करती है कि वे अकेले बदलाव ला सकती हैं। जबकि बदलाव लाता है, भागीदारीपूर्ण शासन।
 
उन्होंने कहा कि सभी समस्याओं का मूल जानना जरूरी है और उन्हें हल करने के लिए अलग तरह से सोचने की जरूरत है। उनका मानना है कि नवोन्मेष महज एक शब्द भर नहीं है। उन्होंने कहा कि नवोन्मेष एक सतत प्रक्रिया है। प्रश्न करना नवोन्मेष का अहम पहलू है।
 
मोदी ने कहा कि आईपीपीपी...'इनोवेट, पेटेंट, प्रोड्यूस और प्रॉस्पर'... ही आने वाले दिनों में नवोन्मेष को संचालित करेंगी। (भाषा) 
 

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