नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो के चालू होने पर यात्रियों को जांच से पूर्व शरीर से धातु की चीजों को हटाना होगा, मास्क पहनना होगा, मोबाइल में आरोग्य सेतु एप भी रखना होगा और जिन यात्रियों में फ्लू के लक्षण होंगे, उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं मिलेगी।
केद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) द्वारा तैयार प्रस्ताव ये बातें कही गई हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मेट्रो नेटवर्क की सुरक्षा में तैनात इस अर्द्धसैनिक बल ने यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए एक योजना तैयार की है। मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) और शहरी विकास मंत्रालय के परामर्श के बाद ही सीआईएसएफ की प्रस्तावित योजना को लागू किया जाएगा।
मेट्रो के 160 से अधिक स्टेशनों की सुरक्षा के लिए लगभग 12,000 पुरुष और महिला कर्मियों को तैनात करने वाले इस बल की योजना के अनुसार रेल नेटवर्क की सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से फिर से शुरू किया जा सकता है। योजना में कहा गया है कि आरोग्य सेतु एप्लीकेशन से जारी ई-पास से कोविड-29 के लक्षण वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान उन्हें मेट्रो के उपयोग से रोका जा सकता है।
मेट्रो परिसर में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा, साथ ही हर प्रवेश बिंदु पर हैंडवॉश और हैंड सैनिटाइजर की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। प्रस्ताव के अनुसार प्रत्येक स्टेशन में प्रवेश से पूर्व थर्मल जांच की जाएगी और खांसी, जुकाम जैसे फ्लू के लक्षणों के साथ ही जिनका शारीरिक तापमान सामान्य नहीं होगा, उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सीआईएसएफ के महानिदेशक राजेश रंजन ने बताया कि इस प्रस्ताव को यह ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है कि यात्रियों, बल के कर्मियों, डीएमआरसी के कर्मियों और परिसर के अन्य लोगों की गति, सुरक्षा और संरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। बल ने सुझाव दिया है कि सभी यात्रियों को बेल्ट, बकल्स जैसे धातु की चीजें जांच से पूर्व उतारना हेागा। (भाषा)