Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

राजमार्गों की शराब दुकानों पर पूरे देश में लागू होगा यह आदेश : सुप्रीम कोर्ट

Webdunia
मंगलवार, 14 नवंबर 2017 (14:58 IST)
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने कहा कि नगर निकाय क्षेत्रों से होकर गुजरने वाले राज्य एवं राष्ट्रीय राजमार्गों के 500 मीटर के दायरे में शराब दुकानों पर पाबंदी पर छूट का उसका आदेश पूरे देश में लागू होगा।
 
प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति एएम खानविलकर तथा न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की एक पीठ ने कहा कि यह तमिलनाडु सरकार की याचिका पर एक स्पष्टीकरण आदेश जारी करेगी, जिसे इस मुद्दे पर मद्रास उच्च न्यायालय ने स्पष्टीकरण के लिए शीर्ष न्यायालय का रूख करने को कहा था।
 
गौरतलब है कि शीर्ष न्यायालय ने देश भर में राजमार्गों से 500 मीटर के दायरे में शराब की बिक्री प्रतिबंधित कर दी थी लेकिन इस साल 11 जुलाई को इसने कुछ राहत देते हुए नगर निकाय क्षेत्रों में राजमार्गों के पास मौजूद शराब दुकानों को चलने की इजाजत दी। इस सिलसिले में केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ ने एक याचिका दायर की थी।
 
तमिलनाडु की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा कि 11 जुलाई का आदेश स्पष्ट है। हालांकि एक स्पष्टीकरण की जरूरत है। उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की पीठ यह स्पष्टीकरण चाहती है कि क्या यह छूट सिर्फ चंडीगढ़ के लिए है?

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

हिमाचल में बर्फबारी, मध्यप्रदेश और राजस्थान में बढ़ी ठंड

पुलिस कांस्टेबल हत्याकांड का मुख्य आरोपी मुठभेड़ में ढेर

LIVE: संभल में मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान बवाल, भीड़ ने किया पथराव, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

जीत के जश्न के दौरान बड़ा हादसा, गुलाल से लगी आग, MLA शिवाजी पाटिल झुलसे

महाराष्‍ट्र चुनाव में 21 महिलाओं ने मारी बाजी, किस पार्टी से कितनी महिला MLA?

આગળનો લેખ
Show comments