नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि मोदी सरकार 2014 के आम चुनाव में जनता से किए गए किसी भी वादे को पूरा करने में पूरी तरह से विफल रही है।
डॉ. सिंह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल की पुस्तक 'शेड्स ऑफ ट्रुथ- ए जर्नी डिरेल्ड' के विमोचन के मौके पर कहा कि मोदी सरकार ने देश में कृषि संकट को बढ़ाया है, वह रोजगार के अवसर बढ़ाने में नाकाम रही है, नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है और जीएसटी को हड़बड़ी में लागू करके व्यापार को ध्वस्त कर दिया है। इस मौके पर पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी मौजूद थे।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि 'मेक इन इंडिया', 'स्टैंडअप इंडिया' जैसे मोदी सरकार के बहुप्रचारित फ्लैगशिप कार्यक्रम बुरी तरह से विफल रहे हैं। उन्होंने सरकार पर पड़ोसी देशों से संबंध बिगाड़ने का भी आरोप लगाया। डॉ. सिंह ने कहा कि अब समय आ चुका है कि इसको लेकर राष्ट्रीय बहस होनी चाहिए तथा सिब्बल की काफी मेहनत के बाद लिखी गई यह पुस्तक एजेंडा तैयार करने में मदद करेगी।
इस अवसर पर मौजूद वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम, जनता दल (यू) के पूर्व नेता शरद यादव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी तथा सिब्बल ने तर्क दिया कि वर्ष 2019 में होने वाले चुनाव 'मोदी बनाम भारत' होंगे।
उन्होंने कहा कि चुनावों के बाद ही प्रधानमंत्री के नाम पर फैसला किया जाएगा और सभी विपक्षी दलों के सामूहिक फैसले के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। इनकी राय यही थी कि आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा को पराजित करना ही प्राथमिक एजेंडा होना चाहिए।
चिदंबरम और सिब्बल ने सहमति जताई कि वर्ष 2014 के चुनावों में कांग्रेस सोशल मीडिया का एक उपकरण के तौर पर इस्तेमाल करने में नाकाम रही और यही बात भाजपा के लिए फायदेमंद रही। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार को सामाजिक तनाव और गायों की सुरक्षा के नाम पर लोगों की हत्याओं के लिए जिम्मेदार ठहराया।