जम्मू। ऐसे में जबकि पूरा विश्व कोरोना के संकट से जूझ रहा है, पाक सेना अपने नापाक इरादों से बाज नहीं आ रही है। वह कोरोना संक्रमित आतंकियों को इस ओर धकेल भारतीय सैनिकों के साथ-साथ कश्मीरियों को भी कोरोना के संकट में डालने की कोशिशों में पिछले कई दिनों से जुटी हुई है।
ऐसे में सेना को निर्देश दे दिए गए हैं कि वे एलओसी या इंटरनेशनल बॉर्डर पर घुसपैठ करने वालों को सीधे गोली मार दें और उन्हें जिन्दा पकड़ने की कोशिश न करें। साथ ही मारे गए आतंकियों के शवों को सैनिटाइज करने के बाद ही उठाया जाए।
नॉर्दन कमान स्थित सेना के प्रवक्ता कर्नल अभिनव नवनीत ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि पाकिस्तान की सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अब जम्मू-कश्मीर में कोरोना आतंक फैलाने की साजिश रची है। इसके लिए वह उस कश्मीर कश्मीर में कोरोना से संक्रमित आतंकियों को जल्द से जल्द एलओसी पर घुसपैठ कराने में जुटा हुआ है।
पाकिस्तान की इस नई साजिश का खुलासा उस कश्मीर में आतंकी बनने गए एक युवक ने अपने परिजनों को फोन पर अपनी दुर्दशा सुनाते हुए भी किया है। यह बातचीत सुरक्षा एजेंसियों ने रिकॉर्ड कर ली थी। प्रवक्ता के बकौल, इसी कारण पाक सेना पिछले कई दिनों से एलओसी पर भीषण गोलाबारी कर रही है, जिसका मकसद आतंकियों को घुसपैठ के लिए कवर फायर देना है।
पाकिस्तान की इस साजिश का खुलासा होने के बाद जम्मू-कश्मीर में एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर पर सुरक्षा एजेंसियों ने अपने घुसपैठरोधी तंत्र की समीक्षा कर उसे और चाक चौबंद बना दिया है। सभी सुरक्षाबलों को निर्देश दिया गया है कि वह सरहद पर पकड़े जाने या मारे जाने वाले घुसपैठियों के शवों को अपने कब्जे में लेते हुए पूरा एहतियात बरतें। जवानों से कहा गया है कि उनकी पहली कोशिश घुसपैठियों को गोली मार देने की होनी चाहिए।
दक्षिण कश्मीर में आतंकरोधी अभियान में सक्रिय भूमिका निभा रही सेना की विक्टर फोर्स प्रमुख मेजर जनरल ए. सेनगुप्त ने भी आतंकी संगठनों द्वारा घाटी में कोरोना संक्रमण फैलाने की आशंका व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था कि कश्मीर में घुसपैठ करने में कामयाब रहे कई आतंकी कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे हालात में वह जान-बूझकर आम लोगों के घरों में दाखिल होकर संक्रमण फैला सकते हैं। इसलिए लोगों को किसी भी सूरत में आतंकियों को पास नहीं आने देना चाहिए।
अधिकारियों के अनुसार, उस गुलाम कश्मीर में भी स्थिति बहुत गंभीर है। पाकिस्तान ने पंजाब व अन्य प्रांतों से कई कोरोना संक्रमितों को उस कश्मीर में धकेला है। स्थानीय लोगों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन भी किया है। उपलब्ध सूचनाओं के मुताबिक उस कश्मीर में करीब 250 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
श्रीनगर के साइबर सेल के एसपी ताहिर अशरफ ने बताया कि पाकिस्तान यहां संक्रमित आतंकियों को धकेल सकता है। इससे पहला उसे इनसे छुटकारा मिलेगा और दूसरे यह आतंकी यहां आकर आम लोगों में संक्रमण फैलाएंगे।
दरअसल पिछले दिनों उस कश्मीर में बैठे दक्षिण कश्मीर के एक आतंकी ने अपने पिता को फोन पर बताया था कि आतंकी कैंपों में कई में कोरोना के लक्षण हैं। इनका कोई इलाज नहीं कराया जा रहा और पाकिस्तानी सेना के कमांडर व आतंकी सरगना इन्हें कश्मीर में दाखिल होने का फरमान सुना रहे हैं।
गुप्तचर एजेंसियों के मुताबिक, जिन्होंने इस बातचीत को रिकॉर्ड करने में सफलता हासिल की थी का कहना था कि शाहिद के बकौल आईएसआई के अधिकारी चाहते हैं कि कोरोना संक्रमित आतंकियों को जल्द से जल्द जम्मू कश्मीर में धकेला जाए।