Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

रीवा और शहडोल संभागों में 1 लाख से अधिक व्यक्तियों की मेडिकल जांच : डॉ. अशोक भार्गव

रीवा और शहडोल संभागों में 1 लाख से अधिक व्यक्तियों की मेडिकल जांच : डॉ. अशोक भार्गव
, सोमवार, 20 अप्रैल 2020 (18:49 IST)
रीवा। रीवा तथा शहडोल संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने दोनों संभागों में कोरोना वायरस के नियंत्रण एवं बचाव संबंध में बताया कि दोनों संभागों में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के द्वारा निर्धारित मापदण्डों के अनुसार कोरोना के संदिग्ध रोगियों की जांच की जा रही है। दोनों संभागों में अब तक एक लाख 7017 व्यक्तियों के नमूनों की जांच की गई है।

इनमें रीवा संभाग में अभी तक 65 हजार 494 व्यक्तियों की जांच की गई है। इनमें संदिग्ध पाए गए 291 प्रकरणों में जांच के लिए सैम्पल भेजे गए, जिनमें से 254 की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है। शेष की रिपोर्ट शीघ्र ही प्राप्त होगी। शहडोल संभाग में 41 हजार 527 व्यक्तियों की मेडिकल जांच की गई। इनमें से 118 के सैम्पल भेजे गए, जिनमें से 108 सैम्पल जांच के बाद निगेटिव पाए गए हैं। 10 सैम्पल की जांच के परिणाम अभी शेष हैं। 

कमिश्नर डॉ. भार्गव ने बताया कि जो व्यक्ति बाहर से रीवा तथा शहडोल संभाग के किसी भी जिले में आए हैं, उन्हें होम क्वारेंटाइन किया गया है। इनकी नियमित चिकित्सा जांच की जाती है। रीवा संभाग में 39 हजार 158 तथा शहडोल संभाग में 25 हजार 832 व्यक्ति होम क्वारेंटाइन किए गए हैं। 
 
स्वास्थ्य विभाग तथा शासन द्वारा कोरोना संक्रमण के बचाव तथा उपचार के संबंध में दिए गए निर्देशों का दोनों संभागों में कठोरता से पालन कराया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों तथा कोरोना मरीज के सम्पर्क आने वाले सभी व्यक्तियों की भी जांच अनिवार्य रूप से कराई जा रही है। दोनों संभागों में अभी एक भी प्रकरण पॉजिटिव नहीं पाया गया है।

कमिश्नर डॉ. भार्गव ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करें। घर से बाहर निकलने पर मास्क अथवा फेस कवर का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। अधिक से अधिक समय घर पर रहने का प्रयास करें। अति आवश्यक सामग्री लेने के लिए यदि बाहर जाना पड़े तो सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करें। नियमित अंतराल के बाद 20 सेकंड तक साबुन से हाथ धोएं अथवा सेनेटाइजर से हाथों का शुद्धिकरण करें।

साफ-सफाई का ध्यान रखने तथा उचित सावधानी बरतने पर कोरोना से संक्रमित 80 प्रतिशत रोगी बिना किसी दवा के स्वस्थ हो जाते हैं। जिन व्यक्तियों को ब्लड प्रेशर, डायबिटीज अथवा अन्य कोई गंभीर रोग होता है उन्हें ही कोरोना का संक्रमण होने पर जान का खतरा होता है।

डॉ. भार्गव ने कहा है कि रीवा तथा शहडोल संभाग में स्वास्थ्य विभाग के समर्पित चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा कोरोना की जांच की जा रही है। इसके लिए आईसीएमआर द्वारा निर्धारित मापदण्डों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। अब तक विदेश यात्रा से वापस लौटे 498 व्यक्तियों की जांच की जा चुकी है।

उन्होंने दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की भी शत-प्रतिशत जांच की जा रही है। दोनों संभागों में हमारे मैदानी स्तर पर कर्मवीर योद्धा सतत अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। लॉकडाउन का कठोरता से पालन सुनिश्चित कराने के साथ-साथ आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी सुनिश्चित की गई है।

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

Corona के खिलाफ कुछ लोग जानबूझकर धर्मनिरपेक्षता-सांप्रदायिकता की बातें उठा रहे : जावड़ेकर