मानसून से पहले कुछ राज्यों में आंधी और भारी बारिश तबाही बनकर आई है। पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से असम में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। इस बीच बिहार, असम और कर्नाटक में भारी बारिश, बाढ़ और बिजली गिरने की वजह से अब तक कुल 57 लोगों की मौत हो चुकी है।
खबरों के अनुसार, असम राज्य आपदा प्रबंधन के अनुसार बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 पहुंच गई है और राज्य के 29 जिलों में करीब 7 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। असम के बाद अब बिहार भी भारी बारिश की चपेट में है। बिहार में बिजली गिरने और आंधी के कारण 33 लोगों की मौत हो गई।
मौसम विभाग ने 21 से 24 मई तक कई राज्यों में बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं 23 मई को भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। असम और बिहार के साथ-साथ कर्नाटक में भी कुछ जगहों पर तेज बारिश की वजह से बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो गई है। वहीं बारिश की वजह से केरल में भी हालात बदतर हो गए हैं।
असम के हालात पर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि नगांव में बारिश की वजह से करीब 3.36 लाख, कक्षार में 1.66 लाख, होजई में 1.11 लाख और दरांग जिले में 52, 709 लोग प्रभावित हुए हैं। असम में बाढ़ की वजह से 80,036.90 हेक्टेयर फसल भूमि पूरी तरह से तबाह हो गई है, वहीं बाढ़ की वजह से 2251 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं।
असम में तो हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां ब्रह्मपुत्र और उसके साथ बहने वाली नदियों में बाढ़ ने इस कदर तबाही मचा रखी है कि सैकड़ों गांव जल समाधि ले चुके हैं। असम, बिहार और कर्नाटक में बारिश, बाढ़ और बिजली गिरने की वजह से अब तक कुल 57 लोगों की मौत हो चुकी है।