Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

शिवाजी से संबद्ध किलों का होगा संरक्षण, महाराष्ट्र सरकार ने बनाई समिति

Webdunia
शुक्रवार, 2 जुलाई 2021 (22:51 IST)
मुंबई। मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन और काल से जुड़े 6 किलों का महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एक समिति की देखरेख में संरक्षण किया जाएगा। गुरुवार को जारी की गई एक सरकारी अधिसूचना के अनुसार इस संरक्षण कार्यक्रम को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में 24 सदस्‍यीय एक समिति बनाई गई है, जिसमें मंत्री, कलाकार एवं विशेषज्ञ शामिल हैं।

संरक्षण के लिए चुने गए किले पुणे जिले के शिवनेरी (जुन्नार), रायगढ़ (भोर) एवं तोरण (वेल्हे), सिंधुदुर्ग जिले के विजयदुर्ग (देवगढ़) एवं सिंधुदुर्ग (मालवन) तथा रायगढ़ जिले के सुधागढ़ (सुधागढ़) हैं। इस समिति में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, राजस्व मंत्री बालासाहब थोराट, संस्कृति मंत्री अमित देशमुख, पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे आदि हैं। शिवाजी महाराज के वंशज और राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत राज्यसभा सदस्य संभाजी राजे भी उसमें हैं।

अधिसूचना के अनुसार भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान एवं विभिन्न सरकारी विभागों के प्रतिनिधि भी समिति का हिस्सा हैं। समिति मुख्यमंत्री सचिवालय से काम करेगी।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

Maharashtra Election Results 2024 : महाराष्ट्र में 288 में महायुति ने जीती 230 सीटें, एमवीए 46 पर सिमटी, चुनाव परिणाम की खास बातें

Maharashtra elections : 1 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज करने वालों में महायुति के 15 उम्मीदवार शामिल

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

पंजाब उपचुनाव : आप ने 3 और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत दर्ज की

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

આગળનો લેખ
Show comments