आईएमडी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान में तब्दील होने और 25 अक्टूबर की सुबह पुरी और सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा और दक्षिणी पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने की आशंका है। इस दौरान, 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी, जो 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती हैं।
एनडीआरएफ की मौजूदा टीमों को पहले से ही उन जिलों के लिए रवाना कर दिया गया है, जिनके चक्रवात दाना से प्रभावित होने की आशंका है। ओडीआरएएफ की 17 टीमों को भी चक्रवात की आशंका वाले 10 जिलों में तैनात किया जाएगा। 3 अन्य ओडीआरएएफ टीमों को तैयार रखा जाएगा। पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अभी तक 13 टीमें तैनात की हैं।
रेल सेवाएं प्रभावित : गंभीर चक्रवाती तूफान के 25 अक्टूबर को ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों से टकराने की आशंका के मद्देनजर दक्षिण पूर्व रेलवे (एसईआर) क्षेत्र से गुजरने वाली 150 से अधिक एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेन को रद्द कर दिया गया है। रद्द की गई ट्रेनों में हावड़ा-सिकंदराबाद फलकनुमा एक्सप्रेस, कामाख्या-यशवंतपुर एसी एक्सप्रेस, हावड़ा-पुरी शताब्दी एक्सप्रेस, हावड़ा-भुवनेश्वर शताब्दी एक्सप्रेस और हावड़ा-यशवंतपुर एक्सप्रेस शामिल हैं। जरूरत पड़ने पर दक्षिण पूर्व क्षेत्र से गुजरने वाली और भी ट्रेन रद्द की जा सकती हैं।
तटरक्षक बल सतर्क : गंभीर चक्रवाती तूफान दाना से निपटने की तैयारियों में जुटे ओडिशा और पश्चिम बंगाल में संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का फैसला किया गया है। भारतीय तटरक्षक बल हाई अलर्ट पर है और उसने चक्रवाती तूफान से उत्पन्न होने वाली किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए अपने जहाजों और विमानों को तैनात कर दिया है।
राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप स्थगित : भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने बताया कि ओडिशा में आने वाले चक्रवात के कारण 25 अक्टूबर से यहां शुरू होने वाली 39वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप स्थगित कर दी गई है। पांच दिवसीय प्रतियोगिता यहां कलिंगा स्टेडियम में होनी थी।
कैसी है ओडिशा सरकार की तैयारी : ओडिशा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि राज्य सरकार ने लगभग 800 चक्रवात आश्रय केंद्र तैयार रखे हैं, जिनमें संवेदनशील इलाकों से निकाले गए लोगों को रखा जाएगा। स्कूल-कॉलेज में 500 अतिरिक्त अस्थाई आश्रय शिविर भी बनाए गए हैं। अधिकारियों ने अब तक 250 चक्रवात आश्रय केंद्रों का दौरा किया है, जहां निकासी के बाद लोगों को रखा जाएगा। चक्रवाती तूफान के कारण विभिन्न इलाकों से निकाले गए लोगों के लिए भोजन, पानी, दवा, बिजली और अन्य आवश्यक चीजों का बंदोबस्त किया गया है।
बंगाल सरकार की तैयार : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार चक्रवात दाना के प्रकोप से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि 7 जिलों में एहतियात के तौर पर सभी स्कूल 23 से 26 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। स्कूल-कॉलेजों का कभी-कभी लोगों के लिए आश्रय स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। तटीय जिलों के प्रशासन को वहां के निचले इलाकों में रहने वाले सभी लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया है।
Edited by : Nrapendra Gupta