कड़ी सुरक्षा और भारी तादाद में मीडिया की मौजूदगी के बीच दंत चिकित्सक दंपत्ति और आरुषि के माता-पिता नूपुर तलवार और राजेश तलवार चार साल तक सलाखों के पीछे रहने के बाद सोमवार को जेल से रिहा हो गए। वे अपनी पुत्री आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या के मामले में यहां की डासना जेल में बंद थे।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने गत 12 अक्टूबर को निचली अदालत के आजीवन कारावास के फैसले को पलटते हुए तलवार दंपत्ति को बरी कर दिया था। उच्च न्यायलय के फैसले की प्रति जेल प्रशासन को दोपहर को प्राप्त हुई।
मई 2008 में 13 वर्षीय आरुषि और 45 वर्षीय हेमराज तलवार दंपत्ति के नोएडा के सेक्टर 25 स्थित आवास में मृत पाए गए थे। उच्च न्यायालय ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) यह साबित करने में नाकाम रहा तलवार दंपत्ति ने अपनी पु्त्री की हत्या की है तथा निचली अदालत के न्यायाधीश जिस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं वह 'गैर कानूनी और विकृत' है, क्योंकि उन्होंने रिकॉर्ड पर मौजूद सबूतों पर विचार नहीं किया। उच्च न्यायालय ने तलवार दंपत्ति को संदेह का लाभ देते हुए हत्या के आरोप से बरी कर दिया।